बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा : डीएम ने की शिक्षक इंटर कॉलेज पर सख्त कार्यवाही

छह माह तक कॉलेज किसी प्रतियोगी परीक्षा का नहीं बनेगा परीक्षा केंद्र

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झाँसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में आयोजित होने वाली बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2023 में विभिन्न विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है, शासन-प्रशासन की मंशा रहती है कि परीक्षा सुचिता, नकल विहीन और पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न हो। यदि परीक्षा के आयोजन में किसी भी प्रकार की शिथिलता अथवा लापरवाही बरती जाती है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने अवगत कराया है कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 15 जून 2023 को जनपद में आयोजित हुई, जिसमें प्रवेश परीक्षा हेतु शिक्षक इंटर कॉलेज को भी केंद्र बनाया गया। प्रवेश परीक्षा स्वच्छता और नकल विहीन संपन्न कराने के दृष्टिगत जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने परीक्षा केंद्र का औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षक इंटर कॉलेज का सीसीटीवी कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया है परीक्षा वाले क्लास रूम से लाइव वीडियो नहीं आ रहे थे जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हाल ही में बैठक के दौरान इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे, परंतु विद्यालय प्रशासन द्वारा आदेशों की अवहेलना की गई उन्होंने निर्देश दिए कि अगले कम से कम 06 महीने किसी भी परीक्षा के लिए शिक्षक इंटर कॉलेज सेंटर नहीं बनाया जाए उन्होंने कहा उक्त आदेशों का शक्ति से अनुपालन किया जाना सुनिश्चित हो।
उपरोक्त के दृष्टिगत शिक्षक इंटर कॉलेज में आयोजित होने वाली बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा इस प्रतिष्ठित परीक्षा को सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में भारी उदासीनता बरतते हुए लापरवाही एंव अनुत्तर दायित्व पूर्ण कार्य किये जाने के फलस्वरूप शिक्षक इंटर कॉलेज को आयोग / शासन की अन्य परीक्षाओं के लिए 06 माह तक केन्द्र नही बनाए जाने एंव ब्लैक लिस्ट किये जाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रश्नगत प्रकरण में शिक्षक इंटर कॉलेज झाँसी के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। ताकि भविष्य में अन्य परीक्षा केन्द्र संचालक द्वारा इस तरह की लापरवाही न की जा सके। क्योंकि ऐसी स्थिति में जब केन्द्र व्यवस्थापक लापरवाह हो, तब नकल एंव परीक्षा संबंधी अन्य अनियमितता की प्रवल सम्भावना बनी रहती है। उन्होंने कहा की जाने वाली कार्यवाही एक उदाहरण पेश करें ताकि महत्वपूर्ण परीक्षाओं के आयोजन में अन्य विद्यालय के प्रधानाचार्य, केंद्र व्यवस्थापक अथवा अन्य पदाधिकारी किसी भी तरह की लापरवाही व शिथिलता ना बरतें।

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