पुरानी पेंशन बहाल हो, नहीं तो सितंबर से काम बंद कर देंगे रेलकर्मी

*******************पेंशन बहाली के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जुट गए कर्मचारी ***************************21 मार्च को झाँसी में है विशाल रैली, तैयारी शुरु

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झाँसी। सरकार ने यदि पुरानी पेंशन बहाल नहीं की तो आगामी सितंबर से रेलकर्मी काम बंद कर देंगे। यह चेतावनी देते हुए एनसीआरएमयू द्वारा प्रदर्शन किया गया। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि सितंबर 2023 के पहले पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को सरकार ने बहाल नहीं किया तो रेल कर्मचारी काम बंद कर देंगे। इसकी जवाबदेही केंद्र सरकार की होगी। यह बात उन्होंने मंडलीय कार्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही हैं। इधर राज्य के कर्मचारियों ने जून 2023 में राष्ट्रव्यापी पेंशन बहाली यात्रा निकालने की घोषणा की है। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर इस समय कर्मचारी वर्ग विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
एनसीआरएमयू पदाधिकारियों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि राज्य में रेलवे यूनियन की ईकाइयों के प्रमुख जोर-शोर से पुरानी पेंशन बहाली के पक्ष में माहौल बनाने के लिए जुट गए हैं। सरकार पर दबाव बनाने के लिए राज्य के कर्मचारियों की मदद ली जा रही है। सामूहिक बैठकों और रणनीतियों के दौर शुरु हो गए हैं। उन्होंने बताया कि नेशनल स्तर पर पुरानी पेंशन बहाली हेतु केंद्रीय कर्मचारियों एवं राज्य कर्मचारियों का एक संयुक्त मंच (एजेसीए) बनाया गया। प्रथम चरण में राष्ट्रपति को एनपीएस सेआक्षादित कर्मचारियों द्वारा संयुक्त ज्ञापन भेजा गया है। उनका कहना है कि द्वितीय चरण में 21 मार्च 2023 को एक विशाल रैली का आयोजन किया जा रहा है। रैली के आयोजन के संबंध में गुरुवार को एनसीआरएमयू मंडल कार्यालय में केंद्रीय कर्मचारी संगठन व राज्य कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधियों का एक बैठक बुलायी गयी है। इसमें विशाल रैली को सफल बनाने के लिए एवं आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने बताया है कि बैठक में विस्तार से पुरानी पेंशन से होने वाले लाभ और नई पेंशन योजना से हो रहे नुकसानों के बारे में चर्चा हो चुकी है। आगे की कार्य-योजना के अनुरुप लगभग प्रत्येक कर्मचारी वर्ग पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार है और अपने-अपने स्तर पर लड़ाईयों भी लड़ रहे हैं लेकिन सभी कर्मचारियों ने ठान लिया है कि अब एक साथ मिलकर आगे की लड़ाई लडेंगे और पुरानी पेंशन बहाली करा कर रहेंगे। दोनों नेताओं ने साफ किया है कि सरकार मानती है कि उसके पास 2024 के लिए सिर्फ 400 दिन है, जबकि सकारी कर्मचारियों के पास पुरानी पेंशन बहाली और भविष्य बनाने के लिए सिर्फ 300 दिन ही है। एेसे में अब हमें बिना वक्त गवाएं सड़क पर उतर जाना होगा, क्योंकि अब हमारे पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। पुरानी पेंशन की बहाली एक एेसा गंभीर मसला है, जो युवा रेलकर्मियों को सामाजिक सुरक्षा देने वाला है, इसलिए इससे हम पीछे हटने वाले तो बिल्कुल भी नहीं है। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष जसवंत सिंह, संयुक्त सचिव निर्मल सिंह संधू, मंडल उपाध्यक्ष अनिरुद्ध यादव, सहायक सचिव आईलिन लाल आदि उपस्थित रहे।

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