झांसी। एक ओर महिलाओं और युवतियों के साथ उत्पीड़न व बलात्कार की घटनाएं आम हो चुकी हैं, लेकिन ऐसे में दो सरकारी विभाग ऐसे भी हैं जो महिलाओं के लिए एक अलग ही सोच रखते हैं। एक मां को अपने नवजात शिशु को स्तनपान कराने को लेकर स्टेशन सहित तमाम स्थानों पर दिक्कत का सामना करना पड़ता है, जिस पर वह अकेली हो तो और परेशानी होती है। वहीं भारत सरकार भी महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को लेकर गम्भीर है और वह इसके लिए एक अलग से व्यवस्था करने जा रही है। इसके तहत स्मार्ट सिटी योजना के तहत नगर निगम और रेलवे प्रशासन द्वारा अब महिलाओं को बच्चों के स्तनपान के साथ ही मासिक के दिनों में सेनेटरी पैड का इंतजाम किया जा रहा है। ऐसे में इन दिनों स्तनपान सप्ताह भी शुरु हो चुका है, जिसको लेकर सरकार लोगों को जागरुक कर रही है।
झांसी रेलवे स्टेशन के महिला प्रतीक्षालय में की गई व्यवस्था
झांसी रेलवे स्टेशन पर महिला वेटिंग रुम में होगी विशेष व्यवस्था
झांसी रेलवे स्टेशन निदेशक गिरीश कंचन ने बताते हैं कि स्टेशन परिसर में स्थित महिला प्रतीक्षालय में अब महिलाओं के लिए सिर्फ ट्रेन का इंतजार करना ही नहीं, अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं। इसके तहत वेटिंग रुम का आकार बढ़ाने की योजना हैै, जिसके बाद उसमें बेबी फीडिंग यानि स्तनपान के लिए एक अलग से कक्ष बनाया जाएगा। इस कक्ष में महिलाओं के अतिरिक्त किसी को भी जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बताया कि इस वेटिंग रुम में किसी भी तबके की महिलाएं अपने बच्चे को लेकर आ सकती हैैं। बस उनके पास यात्रा का वैधानिक टिकट होना आवश्यक है। वह टिकट किसी भी क्लास का हो, उससे कोई मतलब नहीं होगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं के मासिक के दिनों के लिए सेनेटरी पैड वेण्डिंग मशीन पहले प्लेटफार्म नम्बर एक पर लगी थी, लेकिन जानकारी हुई कि इससे महिलाओं को झिझक होती है। इसके बाद वेण्डिंग मशीन को भी महिला वेेटिंग रुम में लगा दिया गया है। इसमें मात्र पांच रुपए का सिक्का डालने पर दो पैड उपलब्ध हो जाते हैं। उन्होंनेे बताया कि आगामी भविष्य में अन्य सुविधाओं के लिए विचार चल रहा है।
स्मार्ट सिटि में महिलाओं के लिए होंगी विशेष सुविधाएंं
भारत सरकार की स्मार्ट सिटी योजना के तहत महिलाओं के लिए भी स्मार्ट योजनाएं प्रारम्भ की जा रही हैं। स्मार्ट सिटी के नोडल प्रभारी व नगर निगम के एक्सईएन अमित शर्मा ने बताया कि स्मार्ट सिटी योजना में महिलाओं के लिए प्रसाधन सुविधा के लिए पिंक टॉयलेट बनाए जा रहे हैं। यह टॉयलेट सिर्फ प्रसाधन के लिए ही नहीं होंगे। इसमें महिलाओं के लिए स्तनपान के लिए अलग कक्ष और सेनेटरी पैड मिलने की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि आमतौर पर मार्केट आदि स्थानों पर महिलाओं को बच्चे को दूध पिलाने केे लिए स्थान नहीं मिलता है, जिसके कारण उनको मजबूरी में इधर-उधर बैठकर स्तनपान कराना पड़ता है। भारत सरकार ने इस समस्या को दूर करने के लिए यह व्यवस्था इस पिंक टॉयलेट में की गई है। पिंंक टायलेट के लिए सात स्थानों को चिह्नित किया गया है, जिसमें बीकेडी चौराहा, डीएम कार्यालय, बस स्टैण्ड, आर्यकन्या चौराहा सीपरी बाजार, कोतवाली जिला महिला अस्पताल के पास, मानिक चौक, रानी महल के पास लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस एक टॉयलेट की अनुमानित लागत लगभग 36 लाख रुपए है। इसके अलावा इसमें महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड डिस्पेंसर मशीन भी लगाई जाएगी, जिससे आवश्यकता पड़ने पर महिलाएं मशीन में सिक्का डालकर पैड खरीद सकें। साथ ही उपयोग किए हुए पैड को नष्ट करने वाली मशीन भी लगाई जा रही है, जिससे महिलाओं को उपयोग किए गए पैड कहीं फेंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन सभी टॉयलेट में एक केयरटेकर व सफाई कर्मचारी आदि स्टाफ भी रहेगा।
नगर निगम में भी बनेगा बेबी फीडिंग कक्ष
नगर निगम में किसी काम से आई एक महिला को नीचे गलियारे में बैठकर अपने बच्चे को स्तनपान कराना मजबूरी हो गई, जिसकी जानकारी होने पर महापौर रामतीर्थ सिंघल ने बताया कि भारत सरकार जब इतने प्रयास कर रही है, तो नगर निगम भी इसको देखते हुए अपने प्रयास कर आगंतुकों के लिए एक बेबी फीडिंग कक्ष बनाने का प्रस्ताव रखेगा और नगर निगम में इसके लिए एक कक्ष बनाया जाएगा।