काफी संवेदनशील अवस्‍था होती है किशोरावस्‍था – डॉ. जीएस चौधरी

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झांसी। किशोरों से सम्‍बंधित रोगों को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का झांसी बालरोग अकैडमी द्वारा डॉ. जीएस चौधरी की अध्यक्षता में आयोजन किया गया। कार्यशाला में देश के जाने-माने बाल रोग एवं किशोर रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यक्रम का कोऑर्डिनेशन डॉ. आराधना कनकने ने किया। कार्यशाला में भारतीय बाल रोग अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बकुल पारेख, सचिव डॉ. जीपी बसावाराजा एवं एक्सक्यूटिव बोर्ड मेंबर डॉ. संजय निरंजन, डॉ. विवेक सक्सेना, डॉ. अजय श्रीवास्तव एवं प्रदेश अध्यक्ष संजीव कुमार एवं सचिव डॉ. ओम शंकर चौरसिया आदि ने अतिथि के रूप में भाग लिया। इस कार्यशाला में झांसी के बाल रोग विशेषज्ञों के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों के बाल रोग विशेषज्ञ, हिमाचल प्रदेश के बाल रोग विशेषज्ञ एवं मध्य प्रदेश के बाल रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया एवं लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम का शुरुआत करते हुए डॉ. जीएस चौधरी ने बताया कि किशोरावस्था काफी संवेदनशील अवस्था होती है, जिस पर प्राय: जाने अनजाने में ध्‍यान नहीं दिया जाता है। हमें अपने किशोरों का, उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखकर उन्हें बीमारियों तथा उनकी परेशानियों से बचाना चाहिए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय किशोरावस्था अकैडमी के चेयरपर्सन डॉक्टर एएस चावला ने बताया कि किशोरावस्था में बहुत सारे हार्मोनल चेंजेज होते हैं, जिससे बच्चे में शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तन होता है। इस समय बच्चे का बिगड़ने के बहुत चांसेस होते हैं। हमें उनकी बुरी आदतों से बचाना होता है। दिल्ली से आई किशोरावस्था विशेषज्ञ डॉ. रितु गुप्ता ने बच्चों के पेरेंटिंग के बारे में बताया और उन्होंने बताया की बच्चों की पैरेन्टिंग एक कला है, जो हमें सीखना होता है। हम अच्छी पेरेन्टिंग से बच्चे को अच्छा नागरिक बना सकते हैं। महाराष्ट्र से भाग लिये डॉ. सूचित तंबोली ने किशोरावस्था में विकास से संबंधित परेशानियों के बारे में एवं उसके निवारण के बारे में विस्तार से बताया। मुंबई से ही भाग लिए डॉ. पौला गोयल ने किशोरावस्था मे काउंसलिंग के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने सुझाया कि किशोरावस्था के बच्चों को देखने के लिए प्राइवेसी, कॉन्फिडेंशियल्टी, गुड लिस्नर होना बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. जी एस चौधरी, डॉ. आराधना कनकने एवं तरनप्रीत भुसारी ने किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ ओम शंकर चौरसिया ने सभी प्रतिभागियों एवं वक्ताओं का आभार व्यक्त किया।

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