किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही सरकार: आर डी फौजी

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झाँसी। कृषि प्रधान देश में आज किसानों की स्थिति वह हो गई कि वह अपने हक और अधिकारों को बचाने के लिए रोड पर उतरना पड़ा। वैसे तो 70 प्रतिशत आबादी किसानों की है, लेकिन उनके वोट लेकर के सरकार बनी है जो तीनों कृषि विधेयक सरकार लाई है वह बिल्कुल किसान विरोधी है अगर सरकार किसानों के हित की बात करती है तो कृषि विधायकों को खारिज करके पुनः विचार करें और नए सिरे से सभी की सलाह से किसानों की सलाह से प्रदेश सरकार की सलाह से कृषि विशेषज्ञों की सलाह से काम करें जिससे कि सभी खुश रहें। यह बात जिलाध्यक्ष आर डी फौजी ने कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित धरने में कही हैं।
वक्ताओं ने जन अधिकार पार्टी एवं भागीदारी संकल्प मोर्चा द्वारा पिछले 1 जून से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहा है और उसके बाद भी लगातार प्रत्येक सोमवार को प्रदर्शन किया जा रहा है। आज धरना प्रदर्शन का 28 वां सोमवार है और प्रत्येक सोमवार को महामहिम को ज्ञापन भी भेजा जा रहा है किंतु शासन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है एक स्वस्थ लोकतंत्र में जनता की आवाज कि इस प्रकार की अनदेखी अच्छी नहीं है। धरना में कालीचरण कुशवाहा, मुरारी लाल कुशवाहा ,अनुराग कुशवाहा, इंजीनियर मानवेंद्र सिंह, सुरेश कुशवाहा, महेंद्र सिंह कुशवाहा, भरत कुशवाहा, नरेंद्र सिंह यादव ,कैलाश नारायण, नेहा कुशवाहा ,श्रीमती आशा लता, श्रीमती उर्मिला ,श्रीमती हेमलता कुशवाहा ,श्रीमती मधु कुशवाहा, प्रोफेसर राधेश्याम कुशवाहा ,एडवोकेट महेश वर्मा ,एडवोकेट गौतम सिंह, इंजीनियर बिहारी लाल, श्रीमती उर्मिला कुशवाहा, ध्रुव सिंह, पीडी कुशवाहा ,दीपक कुशवाहा ,राजेश और दर्जनों लोगों ने धरना प्रदर्शन में भाग लिया।

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