सभी धर्माें का सम्मान करें – मोरारी बापू

- श्री राम कथा के तीसरे दिन भारी संख्या में उमड़े संत और भक्त - श्री सदगुरू जन्म शताब्दी महोत्सव में भजनों पर भाव विभोर हुये श्रृद्धालु - राम - राम, श्री जय श्री राम के जयकारों से गुंजायमान रहा पण्डाल

0
894

ओरछा। श्री राम कथा मर्मज्ञ परम पूज्य श्री मोरारी बापू ने सोमवार को कहा कि लोगों को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिये। सभी का आदर ,सभी को सम्मान देने से आप महान बन सकते है। यह मार्ग कल्याण रूपी है। उन्होने कहा कि अगर भक्त का भगवान में विश्वास है तो भगवान पाना आसान है। जो व्यक्ति कथा से प्रेम करने लगता है उसके जीवन में चमत्कार देखने को मिलते हैं। बड़ी संख्या में भक्तों को श्रीराम कथा का अमृत रसपान कराते हुए संत मोरारी बापू ने कहा कि ओरछा जैसे तीर्थ में कथा श्रवण करना अत्यंत फलदाई है। उन्होंने कहा कि समझ में आने लगा है कि अब लोग रामकथा से प्रेम करने लगे हैं यदि ऐसा न होता तो देश के कौने-कौने से लोग कथा श्रवण के लिए ओरछा धाम क्यों आते। मोरारी बापू ने भगवान शंकर को देवताओं में श्रेष्ठ बताया।

श्री सदगुरू जन्म शताब्दी महोत्सव के अन्तर्गत मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम की कथा को कहते हुये मोरारी बापू ने कहा कि जीवन में भगवान शंकर की आराधना हमें भगवान से आत्मसात कराने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा में भगवान शंकर के प्रति भगवान राम का प्रेम और भगवान राम के प्रति भगवान शंकर का प्रेम भी दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि रामकथा हमें जीवन का दर्शन कराती है इसलिए निस्वार्थ भाव से श्रीराम कथा का श्रवण कर उसे जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। संत मोरारी बापू ने कहा कि अध्यात्मिक क्षेत्र बुन्देलखण्ड में रामकथा करने से उन्हें भी अलौकिक आनंद की प्राप्ति हो रही है। उन्होंने भक्तों से आग्रह किया कि जीवन को सार्थक बनाने के लिए भगवान राम और शंकर की नित्य अराधना करें और जीवन को सफल बनाएं। इस दौरान भगवान के संकीर्तन ने भक्तोें को भावविभोर कर दिया। वहीं कथा स्थल के पास ही चल रहे विशाल भण्डारें में लाखों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

इस दौरान श्रीमद् जगदगुरू द्वाराचार्य मलूक पीठाधीश्वर श्रद्धेय राजेन्द्र दास देवाचार्य महाराज, अनुरूद्ध दास महाराज ओरछा, महन्त अनन्तदास महाराज, महामण्डेलश्वर संतोश दास महाराज, जिला धर्माचार्य महन्त विष्णु दत्त स्वामी, नगर धर्माचार्य प. हरिओम पाठक, बसन्त गोलवलकर, लल्लन महाराज,, मनोज पाठक, पीयूष रावत, अनिल रावत, आशीष राय, देवेश पाण्डेय, रत्नेश दुबे, पुनीत रावत, रीतेश दुबे, अंचल अड़जारिया, मनीष नीखरा, नीरज राय, भूपेन्द्र रायकवार, शिवशंकर संकल्प, अनिल दीक्षित, घनश्याम चौबे, सोनी कुशवाहा, बन्टू मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY