इस काम में भी महिलाओं से पीछे रह गए झांसी के पुरुष

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झाँसी। शिक्षा और अन्‍य कामों में पिछड़ने के बाद अब नसबंदी में भी पुरुष पीछे रह गए हैं। एक ओर जहां परिवार नियोजन को सरकार ज्‍यादा प्रचारित कर रही है, उसके बावजूद लोगों द्वारा उस पर ज्‍यादा तबज्‍जो नहीं दी जा रही है। इसको लेकर राष्ट्रीय स्वस्थ्य मिशन के अंतर्गत अपर निदेशक झाँसी, चित्रकूट, संयुक्त निदेशक सहारनपुर और कानपुर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी झाँसी की अध्यक्षता में परिवार नियोजन कार्यक्रम की 5 मंडलों की क्षेत्रीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पांचों मण्डलों झाँसी, कानपुर, अलीगढ़, सहारनपुर, चित्रकूट के कुल 20 जिलों के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक, जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबन्धक, जिला वित्तीय प्रबन्धक सम्मिलित हुए।
बैठक की शुरुआत परिवार कल्याण के जनरल मैनेजर पंकज सक्सेना ने की। उन्‍होंने सभी जिलों के पिछले पांच वर्षों की उपलब्धियों के बारे में बात की। इसके साथ ही वर्ष 2017-18 की अपेक्षा वर्ष 2018-19 में कौन सा जिला किस स्थिति में हैं। इस पर विस्तार से समीक्षा की गईं। उनके अनुसार वर्ष 2017-18 की अपेक्षा वर्ष 2018-19 में नसबंदी का ग्राफ नीचे गिरा हैं। बैठक में आंकड़े प्रस्‍तुत करते हुए अधिकारियों ने बताया कि झाँसी में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष पुरुष नसबंदी ज्यादा हुई हैं, लेकिन यदि 20 जिलों में रैंकिंग की बात करें तो झाँसी टॉप 5 में भी नहीं आता। वहीं महिला नसबंदी में अलीगढ़, सहारनपुर व चित्रकूट ने पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अच्छा काम किया हैं, लेकिन अगर रैंकिंग की बात करें तो पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा महिला नसबंदी कराकर ललितपुर प्रथम, झाँसी दूसरे स्थान पर है। वहीं पिछले 5 वर्षों में कुल नसबंदी में भी ललितपुर प्रथम व झाँसी दूसरे स्थान पर हैं। परिवार नियोजन के अन्य साधन जैसे कि पीपीआईयूसीडी या आईयूसीडी में झाँसी मण्डल में पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी गिरावट आई हैं। जबकि झाँसी से ही लगे चित्रकूट मण्डल के चित्रकूट जिले में आईयूसीडी व बांदा जिले में पीपीआईयूसीडी पर बेहतर कार्य हुआ हैं। समीक्षा बैठक के आयोजन के पीछे का उद्देश्य था कि वित्‍तीय वर्ष के बचे हुए समय में लक्ष्‍य को अधिक से अधिक पूरा किया जाए। परिवार कल्याण के जनरल मैनेजर ने सभी जिलों को सलाह दी कि वह अपने यहा माहवार समीक्षा करे और अपनी उपलब्धियों को पिछले वर्ष से तुलना करे। फिर उसी के हिसाब से कार्य योजना बनाकर उस पर कार्य करें।

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