काव्‍य पाठ से बच्‍चों में जागरुकता के साथ होता है मानसिक विकास – डॉ. चित्रगुप्‍त

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झांसी। राजकीय जिला पुस्तकालय में हिंदी माह के अवसर पर बच्चों की काव्य गोष्ठी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्‍ज्वलित कर किया गया।
प्रतियोगिता में 8 वर्ष से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों ने जोश के साथ काव्य पाठ किये। काव्य पाठ की रचना करते हुए बालक अर्जुन श्रीवास्तव ने कहा ” हे भारत के राम जागो, मैं तुम्हे जगाने आया हूं। सो धर्मों का धर्म एक देश भक्ति तुम्हें सिखाने आया हूं।” इसके अतिरिक्त जान्‍हवी, साक्षी, मोहित, रिया, रितिका, आरजू, मुस्कान, रेहान, राधा आदि बच्चों ने अपनी कविताएं पढ़ी। प्रथम स्थान साक्षी, द्वितीय जान्‍हवी और तृतीय स्थान मोहित ने प्राप्त किया। सांत्वना पुरस्कार अर्जुन को दिया गया।

काव्य गोष्ठी में निर्णायक मंडल में इतिहासविद डॉ चित्रगुप्त श्रीवास्तव, डॉ निधि अग्रवाल शामिल रहे। इस दौरान पुस्तकालय अध्यक्ष मधुलिका खरे ने अपनी काव्य रचना पढ़ी, कवियित्री डॉ. निधि अग्रवाल ने समसामयिक ब ज्‍वलंत मुद्दों पर अपनी रचनाएं पढ़ी। इतिहासकार डॉ चित्रगुप्त ने कहा कि काव्य पाठ करने से बच्चों में जागरूकता व मानसिक विकास होता है। कार्यक्रम के अंत में डॉ निधि अग्रवाल ने विजयी बच्चों को उपहार देकर पुरस्कृत किया। इस अवसर पर डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव, पवन आदि मौजूद रहे। संचालन पुस्तकालय अध्यक्ष मधुलिका खरे ने किया।

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