हज़ारों मज़दूर बॉर्डर पर फंसे, काटा हंगामा,

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रिपोर्ट मोहम्‍मद मुख्‍तार हमीरपुर

हमीरपुर। प्रवासी मजदूरों का एक राज्य से दूसरे राज्य या एक शहर से दूसरे शहर जाने का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। हां इन मजदूरों के लिए सरकार जरूर फिक्रमंद हुई। प्रशासनिक अमले को इनकी बेहतरी के आदेश जारी किए हैं, लेकिन बावजूद इसके गुजरी रात से हजारों मजदूर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जालौन बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। आज सुबह उन्होंने हंगामा भी काटा, स्टेट हाइवे जाम हो गया लेकिन अब तक प्रशासनिक अमले ने कोई सुध नहीं ली है।
यह हमीरपुर जालौन बॉर्डर की स्‍थिति है, कुरारा विकासखण्ड के सरसई गांव में पड़ने वाले इस बार्डर में गुजरी रात से यहां से निकलने वाले मजदूरों को रोक लिया गया। रात से सुबह हो गई लेकिन कोई नतीजा न निकला जिसके बाद मजदूरों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया और पूरे स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। कल रात से सैकड़ो वाहनो की लंबी कतार लगी हुई है। सभी अधिकारी प्रवासी मजदूरों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे उनकी बात मानने को तैयार नहीं हैं। कई मजदूर पुलिस से भिड़कर अपने वाहनों को जबरन जिले की सीमा के अंदर प्रवेश करवा रहे हैं। जाम में फंसे मजदूरों का कहना है कि उन्हें रात के 11 बजे से लेकर अब तक बॉर्डर पर रोक रखा है। हमेंसे कई लोगों की हालत खराब हो चुकी है, लेकिन यूपी पुलिस हमें आगे नहीं बढ़ने दे रही है। यूपी पुलिस सरकार के आदेश का पालन करने के लिए जुटी है। प्रवासी मजदूरों का कहना है कि वो कल रात से यहाँ इस हाईवे पर फसे है। उन्हें खाने पीने की कोई व्यवस्था नही की गयी, वो भूखे प्यासे तड़प रहे है, छोटे और मासूम बच्चे भी है जो भूख प्यास से बिलख रहे है। प्रवासी मज़दूरों का कहना है कि वो साधन से ही घर जाएंगे, क्योंकि इसके लिए उन्होंने रुपया खर्च किया सरकार द्वारा बसों से भिजवाने की व्यवस्था को इन्होंने नकार दिया। फिलहाल इलाके इंचार्ज अनिरुद्ध सिंह ने 5 बसों को भेज कर कुछ मज़दूरों को उनके गंतव्‍य तक पहुंचने का इंतज़ाम ज़रूर किया है, लेकिन मज़दूरों की नाराज़गी कम होने का नाम नही ले रही है।

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