विवि : प्रतियोगी प्रतियोगिताओं के आधार पर होगा सिलेबस में परिवर्तन

प्रतियोगी प्रतियोगिताओं मैं बढ़ेगी बुंदेलखंड के छात्रों की संख्या

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झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कला अधिष्ठाता प्रो सी बी सिंह द्वारा कला विषय के समस्त विभागाध्यक्षों, समन्वयकों एवं शिक्षकों की एक ऑनलाइन बैठक परास्नातक स्तर पर चल रहे पाठ्यक्रमों के सिलेबस की समीक्षा को लेकर हुई। प्रो सीबी सिंह ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय यूजीसी नेट की परीक्षाओं एवं एवं उच्च शिक्षा आयोग की परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सिलेबस के आधार पर ही अपना सिलेबस तैयार करने पर कार्य कर रहा है। जिससे छात्रों को भविष्य में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए परेशानी ना हो।
अक्सर देखा गया है कि प्रतियोगी प्रतियोगिताओं में पूछे जाने वाले सिलेबस और विश्वविद्यालय के सिलेबस में अंतर रहता है। इससे छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अलग से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी पड़ती है। बुंदेलखंड के छात्रों का प्रतिशत प्रतियोगी प्रतियोगिताओं में बढ़ाने के लिए परास्नातक स्तर के सिलेबस में परिवर्तन आवश्यक है। कला अधिष्ठाता ने सभी के साथ चर्चा कर सुझाव लिए एवं इस संबंध में अपनी तैयारी करने के लिए कहा। अगले हफ्ते से प्रत्येक विषय के विशेषज्ञों के साथ मिलकर इसे मूर्त रूप देने का कार्य किया जाएगा। जिससे बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक कराकर इसे पारित किया जा सके। इस बैठक में अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, गृह विज्ञान, समाज कार्य, ललित कला, पत्रकारिता जनसंचार, लाइब्रेरी साइंस, अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, भूगोल आदि कला विषय के परास्नातक पाठ्यक्रमों के सिलेबस पर चर्चा हुई। इस ऑनलाइन बैठक में डॉ बीबी त्रिपाठी, डॉ सीपी पैन्यूली, डॉ पुनीत बिसारिया, डॉ सुधा गुप्ता, डॉ आशा साहू, डॉ मोहम्मद नईम, डॉ स्मिता जयसवाल, डॉ नीता शांडिल्य, डॉ निर्मला शर्मा, डॉ कविता अग्निहोत्री, डॉ राजेश पाल, डॉ अचला पांडे, डॉ अनूप कुमार, डॉ दीप्ति भदोरिया, डॉ उमेश कुमार, डॉ शिप्रा वशिष्ठ, डॉ नंदिनी दुबे, डॉ मीनाक्षी, डॉ अतुल गोयल, डॉ स्वाति भदोरिया, डॉ दीपिका मित्तल, डॉ मंजू जौहरी, डॉ राजेश पाल, डॉ नंदिनी दुबे, डॉ अभिलाष साहू, डॉ अनुपम सोनी एवं डॉ कौशल त्रिपाठी उपस्थित रहे।

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