कोविड हास्पिटल में आने के बाद मरीज की मृत्यु न हो: कमिश्नर

कोविड हॉस्पिटल में सभी प्रकार का प्रॉपर इलाज हो जो वेंटीलेटर पर है उसकी विशेष चिकित्सा हो कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट तत्काल प्रारंभ किए जाएं कंटेनमेंट जोन में लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जाए

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झाँसी। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा अपने औचक निरीक्षण पर महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहां उन्होंने जनपद में कोविड-19 के तहत हुई 41 मौतों पर चिंता व्यक्त करते हुए इसकी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मौतें अस्पताल में देरी से आने के कारण हुई है और सभी अन्य गंभीर बीमारी से भी ग्रस्त थे। मंडलायुक्त ने आदेश देते हुए कहा कि कोविड हॉस्पिटल में जो भी मरीज आए और कोई पुरानी बीमारी से ग्रस्त हैं तो उसका भी प्रॉपर इलाज किया जाए, वरिष्ठ चिकित्सक व विशेषज्ञ डॉक्टर कोविड वार्ड में जाकर इलाज करें। यदि इलाज कोविड वार्ड में जाकर संभव नहीं है तो वीडियो कॉलिंग से उसे चिकित्सा सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि सारे प्रयास किए जाएं किसी भी दशा में किसी मरीज की मौत नही होनी चाहिए।
मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने मेडिकल कालेज प्रधानाचार्य कक्ष में वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ कोविड-19 के कार्यों का आंकलन किया। कोविड-19 हॉस्पिटल में मौके पर 170 मरीज भर्ती हैं। जिसमें 7 मरीज वेंटिलेटर पर है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी का प्रॉपर इलाज हो तथा 7 मरीज जो वेंटिलेटर पर हैं उनका डिटेल डायग्नोज करें कि यह क्यों सीरियस है और इनका विशेष ध्यान रखते हुए इलाज किया जाए। मंडलायुक्त ने नान कोविड हॉस्पिटल को भी देखा तथा वहां भोजन पानी सहित सारी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि ऐसे निरीक्षण लगातार किए जाएंगे। अतः व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जाए। इस मौके पर एडी हेल्थ डॉक्टर ए के गुप्ता, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉक्टर साधना कौशिक, निर्देशक पैरामेडिकल कॉलेज डा. एनएन सेंगर, डॉ राम बाबू, डॉ अंशुल जैन सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

कोविड-19 के तहत हो ही मौतों पर मंडलायुक्त गंभीर

मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने झाँसी में कोविड 19 के तहत हो रही मौतों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास किए जाएं कि मरीजों की मौत न हो। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि नगर की ऐसे हॉटस्पॉट जहां डोर टू डोर सर्वे में गंभीर बीमारी वाले मरीज चयनित हुए हैं उनका प्राथमिकता से एंटीजन टेस्ट तत्काल कराया जाए यदि जांच में कोविड के सिम्टम्स पाए जाते हैं तो उनको हॉस्पिटल में भर्ती करते हुए उनकी पुरानी बीमारी का भी इलाज किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास से हम गंभीर बीमारी वाले मरीजों को बचा सकते हैं।

220 सैंपल की टेस्टिंग में 102 पॉजिटिव, मंडलायुक्त ने चिंता जताई

मंडलायुक्त ने लेबोरेटरी का निरीक्षण किया। मौके पर तीन मशीन हैं, परंतु एक मशीन बेहद कम क्षमता से कार्य करती पाई गई जिसे देख उन्होंने तत्काल ठीक कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सैंपल की टेस्टिंग की पैन्डैन्सी पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जल्द ही सभी सैंपल की टेस्टिंग करते हुए पेंडेंसी समाप्त की जाए। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रातः 12:00 बजे तक 220 सैंपल की टेस्टिंग की गई जिसमें 102 पॉजिटिव हैं। मंडलायुक्त ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की और आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि सतर्कता बरतें और अधिक सतर्क रहें क्योंकि आपके आसपास के आधे लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। मास्क का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना से बचें।

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