कहां गई मेडीकल कॉलेज से कैंसर की कोबाल्ट मशीन?

0
644

झांसी। बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय, महासचिव अशोक सक्सेना, प्रवक्ता रघुराज शर्मा एवं समाज सेवी राजेन्द्र शर्मा ने कैंसर विभाग मेडिकल कॉलेज जाकर विभाग से हटा दी गई कोबाल्ट मशीन के बारे में जानकारी ली। बाद में जिला अधिकारी को पत्र देकर मशीन गायब होने की जांच कराने की मांग की। पत्र में कहा गया कि बुन्देलखण्ड में वर्ष 2005 से कैंसर के मरीजों का इलाज कोबाल्ट मशीन द्वारा किया जाता था।
अक्टूबर 2020 में कैंसर विभाग में सिकाई के लिये लगी हुई कोवाल्ट मशीन से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे थे। वर्ष 2016 तक कोबाल्ट मशीन को चलाये जानें के लिये पत्र कैंसर विभाग मेडिकल कॉलेज से पत्र लिखा गया । कभी फिजिसियस्ट, टैक्निशियन एवं कर्मचारियों की कमी दिखाकर मशीन को सुचारू रूप से नही चलाया जा रहा था। प्राप्त जानकारी के अुनसार कोबाल्ट मशीन में मात्र एक पुर्जा जिसको सोर्स कहा जाता हैं वह समयावधि पूर्ण कर चुका था, जिसके अभाव में सिकाई का कार्य नही किया जा रहा था। सोर्स की जगह पूरी मशीन को उठवा दिये जाने की उच्च स्तरीय जांच यथाशीघ्र कराई जाये। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधि मण्डल जिसमें मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय, महासचिव एड. अशोक सक्सेना, प्रवक्ता रघुराज शर्मा, एवं समाजसेवी राजेन्द्र शर्मा एड. ने स्वयं जाकर कैंसर विभाग में उक्त स्थान को देखा जहां से मशीन हटाई गई है। वहां उपस्थित लोगों से मशीन के बारे में जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि उक्त मशीन सीटीस्केन मशान से भी बडे़ आकार की थी, जिसे क्रेन की मदद से उठाया जा सकता था एवं बडे कन्टेनर में रखकर उसको भेजा जा सकता था। साथ ही जो सोर्स इसमें लगा होता हैं उसको लैड (सीसा) से कवर कर सुरक्षित भेजे जाने की व्यवस्था होती है। ऐसे में शीर्ष अधिकारियों की जानकारी के बिना उक्त मशीन कैसे हटाई जा सकती हैं। समयबद्ध उच्च स्तरीय जांच नही कराये जाने पर बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा आमरण अनशन करने को बाध्य होगा।

LEAVE A REPLY