विद्यालय की बालिकाओं को स्वाबलंबी बनाने हेतु आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएं : राज्यमंत्री

** आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों क्षेत्र में जाकर करें अपने दायित्वों की पूर्ति ** ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 100 आंगनवाड़ी केंद्रों पर कराए गए नवीनीकरण कार्यों की सराहना की गई ** आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को व्यायाम एवं योग संबंधी शिक्षा भी प्रदान की जाय

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झाँसी: आज राज्यमंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, उत्तर प्रदेश श्रीमती प्रतिभा शुक्ला की अध्यक्षता में उनके जनपद स्तरीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान विभागीय अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक सर्किट हाउस सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में राज्‍यमंत्री ने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा के दौरान उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां प्रतिदिन क्षेत्र में जाकर सरकार की सेवाओं का लाभ लोगों को प्रदान करें। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 100 आंगनवाड़ी केंद्रों पर कराए गए नवीनीकरण कार्य की मंत्री ने सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को नर्सरी स्तर की प्राथमिक शिक्षा भी प्रदान की जाए, इसके साथी ही बच्चों को नैतिक आचरण, शिष्टाचार एवं राष्ट्र की अखंडता एवं एकता के भाव से प्रेरित आदर्श शिक्षा भी प्रदान की जाए। आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को व्यायाम एवं योग संबंधी शिक्षा भी प्रदान की जाय।
बैठक में महिला कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री ने निर्देश दिए कि निराश्रित महिला पेंशन का लाभ जनपद की प्रत्येक पात्र महिला लाभार्थी को प्रदान किया जाए इस हेतु शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर अभियान चलाकर शिविर के माध्यम से अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों का चिन्हांकन कर उन्हें निराश्रित पेंशन योजना के लाभ से लाभान्वित किया जाए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत विद्यालय की बालिकाओं को स्वाबलंबी बनाने हेतु आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाएं। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अपने दायित्वों का निर्वहन कर नारी शक्ति के विकास एवं कल्याण में सहयोगी बने।
बैठक में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 1379 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है, जिनमें से 465 आंगनवाड़ी केंद्र विभागीय भवन, 627 आंगनवाड़ी केंद्र प्राइमरी विद्यालयों में, 185 आंगनवाड़ी केंद्र सामुदायिक भवन/पंचायत भवन में तथा 102 आंगनवाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित है। इन आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से जनपद के कुल 129885 पात्र लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से गेहूं का दलिया, फोर्टीफाइड खाद्य तेल, चना दाल तथा फोर्टीफाइड चावल का वितरण रोस्टर के अनुसार किया जाता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर 16 सितंबर 2022 को जनप्रतिनिधि गणों की उपस्थिति में जनपद झांसी के 27 नवनिर्मित आंगनवाड़ी केंद्र भवनों का लोकार्पण किया गया, साथ ही इन 27 केंद्रों पर पंचायती राज विभाग के द्वारा पूर्व की भांति बाला पेंटिंग एवं फर्नीचर आदि की कार्यवाही की जा रही है। आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के ठहराव एवं मनोरंजन तथा अनौपचारिक शिक्षा हेतु बाल मैत्रिक एवं आकर्षक बनाने हेतु प्रथम चरण में जनपद के 100 आंगनवाड़ी केंद्रों को पंचायती राज विभाग के सहयोग से बाला मॉडल आंगनवाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित किया गया है इन सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में वाला पेंटिंग कराई गई है तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्री व सहायिका हेतु एक मैच व दो कुर्सी एवं आंगनवाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए फर्नीचर एवं खिलौने आदि भी उपलब्ध कराए गए हैं।
इसके पश्चात बैठक में महिला कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान उपनिदेशक महिला कल्याण ने बताया कि झांसी मंडल में कुल 86412 लाभार्थियों को निराश्रित महिला पेंशन का लाभ प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कन्या सुमंगला योजना के तहत झांसी मंडल में कुल 5683 लाभार्थियों को इस योजना से लाभान्वित किया गया है। वन स्टॉप सेंटर की समीक्षा के दौरान उन्होंने बताया कि जनपद झांसी में 9 प्रकरण एवं जनपद ललितपुर में 36 प्रकरण सामने आए हैं जिन्हें निर्धारित समय अवधि में निस्तारण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड-19 के तहत कुल 621 बच्चों को लाभान्वित किया गया है। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के अंतर्गत झांसी मंडल में कुल 686 बच्चों का ननकन किया गया था जिसके सापेक्ष 613 बच्चों को उक्त योजना से लाभान्वित किया गया है।
समीक्षा बैठक के दौरान उपनिदेशक महिला कल्याण विभाग झांसी श्रवण कुमार गुप्ता, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुरेंद्र कुमार पटेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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