आभा ऐप को अधिक से अधिक नागरिक एंड्रॉयड फोन पर डाउनलोड करें : जिलाधिकारी

** आभा कार्ड नहीं बनवाया है, तो बनवा लीजिए, कमाल के हैं इसके फायदे, गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध ** आभा कार्ड से डॉक्टर आपके बारे में हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारी ले सकेंगे ** नागरिकों को उनके लंबे हेल्थ रिकॉर्ड को सहेजने का जरिया बनेगा

0
312

झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने आज जनपदवासियों सहित समस्त अधिकारियों से आव्हान किया कि अपने-अपने एंड्रॉयड फोन पर आभा ऐप डाउनलोड करना सुनिश्चित करें। उन्होंने आभा ऐप की जानकारी देते हुए बताया कि यह बेहद सुविधाजनक है। इसके उपयोग से जहां व्यक्ति की बीमारी से संबंधित समस्त जानकारी को सुरक्षित रखा जा सकता है, वही मरीज को दिखाने के लिए अस्पताल में समय की भी बचत होगी।
उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत आभा आईडी कार्ड बनाने पर जोर दिया। उन्होंने आरोग्य केंद्रों को और बेहतर बनाने का निर्देश दिया और कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अधिकारी जरुरी कदम उठाएं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न विभाग, स्वास्थ्य से जुड़ी केंद्रीय योजनाओं एवं सुविधाओं से लाभान्वित होंगे। जिलाधिकारी ने आभा एप की जानकारी देते हुए बताया कि आभा आईडी से आपके बारे में डॉक्टर जान सकेंगें।आभा आईडी कार्ड आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत लांच किया गया है। 14 अंक वाले आभा आईडी कार्ड को आप हेल्थ आईडी कार्ड कह सकते हैं। इसमें लोगों के हेल्थ का पूरा डाटा रहता है। इस कार्ड के जरिए आप अपने हेल्थ से जुड़ी जानकारी डिजिटल तौर पर अस्पताल, क्लिनिक और बीमा कंपनियों के साथ शेयर कर सकते हैं। उन्होंने आभा हेल्थ कार्ड के फायदे की जानकारी देते हुए बताया कि आभा हेल्थ कार्ड अपने यूजर्स को डिजिटली मुफ्त में एक्सेस देता है। इस कार्ड के बन जाने के बाद आपको अपने इलाज से जुड़े पुराने कागजात को डॉक्टर के पास ले जाने की जरुरत नहीं होगी, जिससे कागजातों के फटने और खोने का डर भी नहीं रहेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि आभा आईडी कार्ड 14 अंक वाले आभा आईडी कार्ड को देखकर डॉक्टर देख सकेगा कि आपने कहां-कहां इलाज कराया है और इससे पहले आपको क्या-क्या परेशानियां थी। आपने क्या दवाइयां खाई हैं, वह डॉक्टर को पता चल जाएगा। जिन लोगों ने आभा कार्ड बनवाया है उनको स्वास्थ्य संबंधी सभी योजनाओं का लाभ मिलता है। आभा कार्ड आपको ऑफ्ट इन और ऑफ्ट आउट की सुविधा देता है, कोई भी शख्स आभा कार्ड आसानी से बनवा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि मरीज की बिना अनुमति के डॉक्टर या अन्य कोई कागजों को नहीं देख सकेगा।

यह हैं आभा कार्ड के फायदे

उन्होंने कहा कि आभा कार्ड बनने से मरीजों को सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें अपने इलाज से संबंधित कोई कागजात संभालकर रखने की जरुरत नहीं है। आप दस साल बाद भी जान सकेंगे कौन-कौन सी दवाइयां पहले खा चुके हैं, अगर कोई स्वास्थ्य से संबंधित समस्या होगी तो जहां भी आप इलाज कराने जाएंगे डॉक्टर आसानी से आपके बारे में जान सकेगा और उसी हिसाब से दवाइयां चलाएगा। उन्होंने बताया कि आधार कार्ड के नंबर द्वारा आप जिसे चाहे घर बैठे किसी भी डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं जिससे समय की भी काफी बचत होगी। उन्होंने समस्त जनपद वासियों सहित अधिकारियों को बताया की आभा कार्ड को बनाना बहुत ही आसान है इसके बनाने में कोई शुल्क नहीं लगता इसे घर बैठे जनरेट किया जा सकता है।

कौन से डाक्‍यूमेण्‍ट की होगी आवश्‍यकता

जिलाधिकारी ने कहा कि आभा कार्ड एक तरह का स्पेशल हेल्थ कार्ड है जो आपके हेल्थ से संबंधित सारा डाटा सुरक्षित रखता है। इसका उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक नागरिक को हेल्थ आईडी उपलब्ध करवाना है। आभा कार्ड के लिए जरूरी दस्तावेज आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र तथा पूरा पता अनिवार्य है।

कैसे बनवाएं आभा कार्ड

उन्होंने आभा कार्ड को कैसे घर बैठे बना सकते हैं कि जानकारी देते हुए बताया कि आप आयुष्मान डिजिटल हेल्थ मिशन की आधिकारिक वेबसाइट abdm.gov.in पर जाएं। अब आपको Home Page पर Create Your ABHA NUMBER लिखा दिखेगा आपको उसपर क्लिक करना है। अब आपको दो ऑप्शन दिखाई देंगे जिसमे से पहला आधार कार्ड से और दूसरा ड्राइविंग लाइसेंस से आपके पास जो भी हो आप उसे चुन लें। अब आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक वेरिफाई करने के लिए मैसेज आएगा जिसका ओटीपी आपको डालना है। उसके बाद आपको एप्लीकेशन फॉर्म भरना है और अपना एक पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड कर देना है। अब आपका आभा हेल्थ कार्ड बनकर तैयार है जिसे आप डाउनलोड करके प्रिंट निकाल सकते हैं।

LEAVE A REPLY