हाई टेक्नोलाॅजी के माध्यम से करोड़ों रुपए कर रहे थे हेरफेर, पुलिस के हत्‍थे चढ़े

0 जावा एप के नाम से नेटवर्क बनाकर लोगों को देते थे दुगने रुपए करने का लालच 0 सायबर फ्राड करने वाले दो लोग चढ़े पुलिस के हत्थे 0 पैसों की तंगी और तमाम अय्याशियों के साधन जुटाने को युवा हो रहे हैं इनके शिकार

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झांसी। जावा आई ऐप के नाम की कम्पनी के कर्मचारी बताते हुए लोगों के साथ सायबर ठगी करने वाले दो लोग पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। यह लोग इस कम्पनी को इण्डोनेषिया में पंजीकृत बताते हैं। इसके तहत यह नेटवर्क बनाकर लोगों को 5 से 25 दिन में रुपए दुगने करने का लालच देते हैं। ऐसे में पैसों की तंगी और तमाम अययाषियों के साधन जुटाने को लेकर युवा इनके षिकार बन रहे हैं। यह लोग धीरे धीरे पहले लोगों को छोटा छोटा लाभ कराते हैं और फिर बड़ा लाभ देने का लालच देते हैं। अधिक पैसा लगाने के बाद लोगों को अहसास होता है कि उनके साथ ठगी हो गई।
पुलिस ने कटेरा, पुंछ और सायबर सेल के माध्यम से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह दो लोग खुद को इण्डोनेषिया में पंजीकृत जावा आई एप नामक कम्पनी का कर्मचारी बताते हैं। इस कम्पनी द्वारा 106 देशों में काम करना भी बताया जाता था। कम्पनी का काम 106 देशों में बनने वाली फिल्मों के टिकटों के खरीदने पर कमीशन देना बताया जाता था, जिसमें फंसकर अब तक हजारों लोग अपनी करोड़ो की रकम गवा चुके हैं। पकड़े गए ठगों के पास से 3 लाख 93 हजार रुपये नगद, कई कार्ड, पम्पलेट व पोस्टर जावा कम्पनी के समेत अन्य सामान बरामद किया है।
झांसी पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेन्द्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गये दोनों युवक शातिर साइबर ठग हैं। जिन्होंने अपने नाम अनुज तिवारी निवासी महेबा चक थाना लिधौरा जनपद टीकमगढ़ और अंकित सोनी निवासी पूंछ बताया। यह दो युवक एमपी और यूपी से लगे क्षेत्रों में भोले-भाले ग्रामीणों को अपना निशाना बनाते थे। उक्त आरोपी जनता के बीच पहुंचकर प्रचार-प्रसार करते थे कि जावा आई नाम की एक कम्पनी है, जो इंडोनेशिया में रजिस्टर्ड है। कम्पनी पूरे विश्व मे लगभग 106 देशों में काम कर रही हैं। इस कम्पनी का काम 106 देशों में बनने वाली फिल्मों की टिकटों को खरीदने पर कमीशन देना होता है। साथ ही वह लोगों को लालच देते थे कि जो भी जावा आई कम्पनी में अपनी रकम लगाता है तो उसे उस रकम को 25 दिन में दोगुना कर वापस कर दिया जायेगा। रकम को दोगुना होने के लालच में अब तक हजारों की संख्या में लोग करोड़ो की रकम लगा चुके हैं। पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि जब कोई भी व्यक्ति रकम को उक्त जावा आई कम्पनी में लगाता था तो जावा कम्पनी के एप में रकम को डॉलर के रुप में प्रदर्शित किया जाता था। इनवेस्ट की न्यूनतम धनराशि 50 डॉलर थी। जावा कम्पनी के एप में 24 घंटे में एक बार में अपनी इनवेस्ट की गई रकम के अनुसार फिल्मों की टिकट खरीद की जा सकती है जिस पर कमीशन के तौर पर डॉलर मिलते थे, जो हर 24 घंटे के बाद बढ़ जाते थे।

’ऐसे करते थे लोगोें को गुमराह’

पुलिस अधीक्षक के अनुसार पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि जैसे अगर आपने जावा आई कम्पनी के एप में 50 डॉलर की रकम इनवेस्ट किया तो उससे 5 फिल्मों की टिकट की खरीदी कर सकते है। इसके एवज में आपको 24 घंटे में 1 डॉलर बतौर कमीशन मिल जायेगा, जो हर 24 घंटे में बढ़ता जायेगा। आपके कमीशन में मिले हुए डॉलर को पुनः इनवेस्ट करने पर फिर से कमीशन मिल जायेगा। इस प्रकार उक्त कम्पनी द्वारा हजारों लोगों को कमीशन दिया गया था। जावा आई कम्पनी द्वारा अपने नीचे अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने पर इंडोनेशिया देश को घूमने फिरने का टूर भी बतौर इनाम दिया गया है। जिसमें दोनों ही आरोपी इंडोनेशिया देश जा चुके हैं। विदेश घूमने का लालच देकर लोगों को इस प्रकार की कम्पनियों में जोडा जाता था।

’यह माल हुआ है बरामद’

पकड़े गये ठगों के पास से 3 लाख 93 हजार रुपए बरामद किए है। इसके अलावा दो मोबाइल फोन, एसबीआई रुपे कार्ड, तीन वाहन की आरसी, पैनकार्ड, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पिटठू बैग, टोपी जावा आई कम्पनी की, पम्पलेट और पोस्टर, विजिटिंग कार्ड, स्टीकर, ब्लूटूथ समेत अन्य सामान बरामद किया गया है।

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