किसान की आय दोगुनी करना शासन का लक्ष्‍य – प्रमुख सचिव कृषि

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झांसी। जनपद में आंकड़े शुद्ध होना चाहिए, ताकि योजनाये सही ढंग से बनायी जा सके। खेतों में यदि वर्षा से फसल पूर्णतयः क्षतिग्रस्त हो गयी है तो भी क्राप कटिंग की जाएगी। क्राप कटिंग गम्भीरता से हो तथा जहां अच्छी फसल हो वहां अधिकारियों के समक्ष क्राप कटिंग की जाये। किसान पाठशाला का शुभारम्भ रबी फसल को देखते हुए अक्टूबर में प्रारम्भ किया जा रहा है। किसान समय से बुवाई करे, बुवाई पंक्ति में करें क्योंकि इस विधि से उत्पादन और उत्पादकता में बढोत्तरी होती है। किसान कृषि रक्षा रसायन का सही ढंग से प्रयोग करे, आच्छादन के लिए अंधाधुुंध रसायन के प्रयोग से बचे। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सभी जनपद कुओं का जीर्णीद्धार मनरेगा योजना से कराना सुनिश्चित करे।
उक्त उद्गार प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद ने बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गांधी ऑडिटोरियम में मण्डलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी झांसी एवं चित्रकूटधाम मण्डल की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों एवं किसानों के मध्य व्यक्त किये। उन्होने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार किसान हित में विभिन्न योजनाये संचालित कर रही है। किसान अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराये। मण्डलीय रबी गोष्ठी उत्पादकता गोष्ठी में प्रमुख सचिव कृषि ने कहा कि लगातार किसानो द्वारा फसल क्षति के मुआवजे की मांग हो रही है। जनपद में जिलाधिकारी द्वारा संयुक्त कमेटी गठित होगी, जिसमें राजस्व, कृषि विभाग व बीमा कम्पनी प्रतिनिधि क्राप कटिंग से 15 दिन पूर्व तक हुए नुकसान का आंकलन करेगी, इस आंकलन में बीमा कम्पनी द्वारा बीमित राशि का 25 प्रतिशत तुरन्त भुगतान कृषको को किया जायेगा तथा बांकी का आंकलन क्राप कटिंग द्वारा किया जाएगा। उन्होने कहा कि किसी विशेष क्षेत्र में जलभराव से फसल क्षति है तो 72 घण्टे में बीमा  कम्पनी को सूचना देनी होगी ताकि किसान को उक्त क्षति का मुआवजा मिल सके।


उन्होने कहा कि किसान की आय दोगुनी हो यह शासन का लक्ष्य है, किसान मृदा परीक्षण कार्ड का प्रयोग करे। मृदा में जो जरुरत है उन्ही तत्वो का इस्तेमाल करे, विशेषज्ञ जो संस्तुति करते है उन्हे गम्भीरता से खेत में प्रयोग करे। वर्मा कम्पोस्ट, हरी खाद का उपयोग करे ताकि टिकाई खेती हो सके, ऐसा कोई काम न करे जो खेत की मिट्टी का स्वास्थ्य खराब करे। रबी सीजन के प्रारम्भ होने से पूर्व सर्वप्रथम बुन्दलखण्ड में गोष्ठी का शुभारम्भ किया गया, क्योंकि क्षेत्र में बुवाई अक्टूबर से ही प्रारम्भ हो जाती है। गोष्ठी का लाभ यहां के किसानों को मिले यही मंशा रही गोष्ठी के आयोजन की।
गोष्ठी में प्रमुख सचिव कृषि ने कहा कि जनपद अपने कृषि समबन्धित आंकड़े सही प्रस्तुत करे ताकि प्लानिंग सही ढंग से हो सके, यदि आंकड़े सही नही होगे तो नियोजन मुश्किल होगा। उन्होने जनपद झांसी के आंकड़े पर नाखुशी जाहिर की और सही आंकड़े प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होने किसानो से कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाये जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ अधिक से अधिक प्राप्त करे। किसान सीएससी में अपना आनलाइन पंजीकरण कराये ताकि वह लाभ पा सके। उन्होने कहा कि रबी फसल में बीजों व उर्वरक की उपलब्धता पर्याप्त है कही कोई समस्या नही आने दी जाएगी। गोष्ठी में अपर आयुक्त मनरेगा योगेश कुमार ने मनरेगा योजनान्तर्गत कृषको के आजीविका संवद्र्वन एवं भूमि सुधार से सम्बन्धित जानकारी देते हुए कहा कि मनरेगा में कृषकों की आय में सुधार हेतु तथा कृषि उत्पादकता बढ़ाने हेतु कृषि से सम्बन्धित 164 कार्य अनुमन्य है, जिसमें सामुदायिक श्रेणी के 112 कार्य एवं व्यक्तिगत श्रेणी के 52 कार्य सम्मिलित है। उन्होने कहा कि कृषको की व्यक्तिगत भूमि पर कार्य भी परिवारों का चयन किया जा सकता है। निदेशक कृषि सोराज सिंह ने कहा कि किसान अपना पंजीकरण अवश्य कराये क्योंकि बिना पंजीकरण के किसान को किसी भी योजना का लाभ प्राप्त नही  होगा। उन्होने कहा कि किसान बीज केन्द्र भण्डार से प्रमाणित बीज ही लेकर बुवाई करे। उन्होने जल प्रबन्धन के लिए किसानों को स्प्रिंकलर सेट लेने का सुझाव देते हुए कहा कि उद्यान विभाग या कृषि विभाग से आप स्प्रिंकलर ले सकते है, 80 प्रतिशत अनुदान पर। जिन किसानो ने खेत तालाब बनाया है कि वह अवश्य स्प्रिंकलर ले ताकि सिंचाई में इस्तेमाल हो सके। उन्होने कहा कि किसान कृषि यंत्रो को भी क्रय करे उसमें भी छूट है। किसान टैक्टर्स सहित अन्य यंत्रों के लिए आवेदन करे। रबी उत्पादकता गोष्ठी में जनपद हमीरपुर के बलराम दादी ने किसानो की उपज का अच्छा दाम दिलाये जाने के लिए बाजार उपलब्ध कराये जाने की सलाह दी ताकि उत्पादन का लाभ मिल सके। जनपद बांदा के पुष्पेन्द्र ने खेत तालाब योजनान्तर्गत किसानो को प्रशिक्षण दिये जाने की मांग करते हुए कहा कि यदि प्रशिक्षण दिया जाता है तो योजना का स्वरुप ही बदल जायेगा। जनपद झांसी के आर.डी. कुशवाहा ने मनेरगा योजनान्तर्गत गौशाला संचालित किये जाने व चरवाहो को मनरेगा से भुगतान किये जाने की मांग की ताकि निराश्रित गौवंष को सुरक्षित किया जा सके।
जनपद ललितपुर के पूरन सिंह पटेल ने जनपद में ट्यूबबैल लगाये जाने की मांग करते हुए कहा कि ट्यूबबैल से अच्छी सिंचाई हो सकती है। उन्होने बीमा कम्पनी द्वारा लगातार किसानो के उत्पीड़न करने की शिकायत गोष्ठी में अधिकारियों से की।
जनपद जालौन के साहब सिंह चैहान ने गौ-मूत्र व गोबर से कीटनाशक दवा बनाये जाने का प्रशिक्षण किसानो को दिये जाने की सलाह दी ताकि छुटटा जानवरों की समस्या से बचा जा सके।
गोष्ठी में विशेष रुप से उपस्थित विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने खेती लागत को कम करने की बात कही ताकि किसान को लाभ हो सके। रबी उत्पादकता में जनपदो के जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद की तैयारियों के विषय में जानकारी दी। जिलाधिकारी बांदा हीरालाल ने पानी की समस्या के बारे में बताया और कहा कि कुंआ/तालाब से लगाव कम हो जाने से ही समस्या बड़ी है। उन्होने कहा कि अभियान चलाकर व जनता के सहयोग से रीचार्ज का काम हो रहा है परिणाम अच्छे आ रहे है। जनपद में खेत तालाब स्कीम का क्रियान्वयन बेहतर है इसमें लक्ष्य और बढ़ाये जाये।
जिलाधिकारी महोबा ए.के. तिवारी ने कहा कि सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड में पानी की समस्या है सिंचाई का माध्यम नाले है तथा वर्षा न होने से नाले व जलाशय भरे नही है। रुक-रुक कर वर्षा होने से उर्द-मूंग व तिल की फसल  बर्बाद हो गयी है। किसान को मुआवजा हेतु बीमा कम्पनी को निर्देश दिया जाये। रबी की सारी तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। जिलाधिकारी ललितपुर मानवेन्द्र सिंह जनपद में खेती की तैयारियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि जनपद में गौ-संरक्षण का कार्य अच्छा किया गया। गौवंश के लिए भूसा किसानो से दान लिया सरकारी धन का इस्तेमाल नही किया गया।
जिलाधिकारी झांसी शिव सहाय अवस्थी
ने किसानो को बीमा धनराशि वितरण की जानकारी दी। जनपद मे विद्युत विभाग की कार्यशैली मे सुधार की अति आवश्यकता है यहां आपूर्ति की स्थिति अच्छी नही है। उन्होने ऐसी गोष्ठियों को निचले स्तर तक आयोजित करने का सुझाव दिया ताकि क्षेत्र की महिलाये जो खेती किसानी में पारंगत है वह गोष्ठियों का लाभ उठा सके।
जिलाधिकारी जालौन डाॅ. मन्नार अख्तर ने जनपद में उर्वरक की मांग करते हुए समय से उपलब्ध कराये जाने की बात रखी, उन्होने फसल क्षति का मुआवजा किसानो को जल्द दिलाये जाने की भी सुझाव दिया।
गोष्ठी में मण्डलायुक्त झांसी मण्डल झांसी श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तवमण्डलायुक्त चित्रकूटधाम मण्डल शरद कुमार सिंह ने मण्डल के जिलो की तैयारियों के बारे में व योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में जानकारी दी।
गोष्ठी में प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद द्वारा कस्टम हायरिंग सेटर के लाभार्थी राधिका रमण ग्राम लिधौरा, भूपेन्द्र सिंह ग्राम धुरइया, श्रीमती नोनी देवी/रामप्रसाद निवासी पण्डवाहा, श्रीमती केसर देवी ग्राम स्यावरी को ट्रेक्‍टर की चाबी प्रदान की और उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक एस.के. व्यास व प्रबन्धक ऋण डीडी दुबे के कार्यो की प्रशंसा की। गोष्ठी में सचिव पशुपालन एस.के. सिंह, डीडी पशुपालन डाॅ. डी.के. सिंह, निदेशक पशुपालन डाॅ. एस.के. श्रीवास्तव ने भी विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। गोष्ठी से पूर्व प्रमुख सचिव कृषि द्वारा कृषि प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारम्भ किया गया तथा प्रत्येक विभागीय स्टालों का निरीक्षण कर योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। गोष्ठी का संचालन अपर जिला कृषि अधिकारी ललितपुर सुभाष चन्द्र दोहरे ने किया। इस मौके पर जनपदो से आये मुख्य विकास अधिकारी, संयुक्त निदेशक कृषि, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी सहित विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग पशुपालन विभाग, नलकूप विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्‍थित रहे।

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