गायों को गुड़, अजवाइन खिलाकर मनाया मकरसंक्रांति का पर्व

0
604

राठ (हमीरपुर)। आमतौर पर अजवाइन का इस्‍तेमाल नमकीन पूरी नमक पारे और पराठों का स्‍वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है यदि बुजुर्गो की माने तो गुड़ व अजवाइन सर्दी-जुकाम, बहती नाक और ठंड से निजात पाने की अचूक रामबाण दवा है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्‍सीडेंट और जलनरोधी तत्‍व पाए जाते हैं, जो न सिर्फ छाती में जमे कफ से छुटकारा दिलाते हैं बल्‍कि सर्दी और साइनस में आराम देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए ग्राम प्रधान देवेंद्र राजपूत ने मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर ग्राम गल्हिया की गोशाला में ग्राम प्रधान व अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक कुन्तल गुड़ और अजवाइन के लड्डू गोशाला की समस्त अन्ना मवेशियों को खिलाया गया।
बताते चलें कि अन्न मवेशियों से ग्राम के सभी किसान परेशान थे तो किसानों का दर्द देखा नही गया और जिलाधिकारी के निर्देशानुसार एक अनोखी गोशाला बना कर सभी गायों को अपने संरक्षण में ले लिया और बराबर गोशाला कर्मचारियों के साथ मिलकर गोसेवा में अपना सहयोग प्रदान कर रहे है।
विकासखंड राठ के ग्राम गल्हिया प्रधान देवेंद्र राजपूत ने बताया कि गायों को इस कड़कड़ाती ठण्ड से बचाने के लिए गोशाला में विशेष प्रबंध किए गए और सर्दी से बचाव के लिए गुड़ अजवाइन के लड्डू भी खिलाये गए।मकरसंक्रांति के मौके पर गायो को गुड़ अजवाइन के लड्डू खिलाकर मकरसंक्रांति का पर्व मनाया गया। बुजुर्गों के अनुसार गोवंश को हिन्दू धर्म में माँ का दर्जा दिया गया है अर्थात माँ की सेवा ही चारों धामो की यात्रा का पुण्य की प्राप्ति हैं।वही गाये का दूध भी हमारे जीवन के लिए पोष्टिक आहार है और बताया कि आगे जो भी सेवा बनेगी करते रहेंगे।

हमीरपुर से मोहम्‍मद मुख्‍तार की रिपोर्ट

LEAVE A REPLY