मानवाधिकार जन जागरूकता अभियान के लिए तैयार हों विधि छात्र – डॉ. कौशल त्रिपाठी

बुविवि के विधि विभाग ने मानवाधिकार दिवस पर किया संगोष्ठी का आयोजन

0
515

झाँसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के बाबू जगजीवन राम विधि विभाग द्वारा मानवाधिकार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के समन्वयक डॉ. कौशल त्रिपाठी ने कहा की मानवाधिकार केवल एक वर्ग के लोगों को ही प्राप्त हैं। मानवाधिकार के लिए कार्य करने वाले वैश्विक संगठन अपने छिपे हुए उद्देश्‍यों के लिए ही कार्य करते दिखते हैं। आमजन के लिए कोई संगठन आगे नहीं आता। विधि छात्रों के लिए आवश्यक है कि आमजन और अधिकारों के बीच के अंतर को वे समाप्त करें।
इसके लिए उन्हें ही जन जागरूकता अभियान चलाना होगा। अधिकार जब पुस्तकों से निकलकर आमजन तक पहुंचेंगे, तभी उसकी उपयोगिता सिद्ध होगी। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 10 दिसम्बर मानवाधिकार के रूप में मनाया जाता है। भारत के संविधान में भाग 3 में इसे मूलाधिकार के रूप में आमजन को दिया गया है। आज का दिन समीक्षा का दिन है कि हम विगत वर्षों में इन अधिकारों के साथ कितना न्याय कर पाए हैं। डॉ. महेंद्र कुमार ने कहा कि समाज में हमेशा ताकतवर कमजोर का शोषण करता आया है। मानवाधिकार आमजन को इस शोषण से बचाने का प्रयास करते हैं। आवश्यक है इसके लिए कार्य करने वाली संरचना को और मजबूत किया जाए। डॉ. मंजू कौर ने मानवाधिकार और महिलायों के विषय पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा की वैश्विक स्तर पर महिला केन्द्रित कई सम्मेलनों का परिणाम है कि आज महिलायें पुरुष के समकक्ष हो पायीं हैं। फिर भी अभी एक लम्बा रास्ता तय करना है। इसके साथ ही विधि विभाग के छात्र आशुतोष मिश्र, अखिलेश राय और उत्कर्ष श्रीवास्तव ने भी अपने विचार रखे। आभार डॉ. प्रशांत मिश्र एवं संचालन डॉ. अपर्णा अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर विधि विभाग के डॉ. राजेश सिंह, डॉ. हरिशंकर, डॉ. संदीप मिश्र, डॉ. ऋतु शर्मा, डॉ. अभिषेक अग्रवाल के साथ ही विधि विभाग के विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र उपस्‍थित रहे।

LEAVE A REPLY