इकोब्रिक्स बनाकर करें पर्यावरण का संरक्षण: जैन

पॉलिथीन रूपी जिन्न को करें बोतल में कैद: डॉ.रमेश ***************************** -पॉलिथीन उन्मूलन में इकोब्रिक्स के अहम योगदान पर हुयी गोष्ठी

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झांसी। पॉलिथीन उन्मूलन में इकोब्रिक्स के अहम योगदान पर प्रो.अरविंद कुमार (कुलपति रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी) की अध्यक्षता, राकेश जैन(सह संयोजक अखिल भारतीय पर्यावरण विभाग, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) के मुख्य आतिथ्य एवं डॉ.रमेश के विशिष्ट आतिथ्य में हुयी।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये राकेश जैन ने कहा कि पॉलिथीन हमारे पर्यावरण के लिये अभिशाप है। पॉलिथीन का उपयोग हम जितना कम करें उतना ही अच्छा होगा। उन्होंने गोष्ठी में उपस्थित लोगों से पेड़ लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक की समस्या दिन प्रति दिन गम्भीर होती जा रही है। इसे सड़ने में हजारों साल लग जाते हैं। जाहिर है कि पान के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बोतलों को लोग इधर-उधर फेंक देते हैं, लेकिन लोग यह नहीं जानते कि इन बोतलों को नष्ट होने में करीब 450 वर्ष लग जाते हैं। विशिष्ट अतिथि डॉ.रमेश ने कहा कि प्लास्टिक न हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक है बल्कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र को भी नुकसान पहुंचाती है। अब इस प्लास्टिक कचरे से निजात पाने के लिये पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों ने नया तरीका खोज निकाला है। देश में कई स्थानों पर इन खाली बोतलों में पॉलिथीन भरकर इकोब्रिक्स बनाकर इनका इस्तेमाल निर्माण कार्यों में किया जा रहा है, जोकि अच्छी पहल है।
पर्यावरण संरक्षण में इकोब्रिक्स के महत्व को समझाते हुए डॉ.रमेश ने कहा कि यह प्लास्टिक को कम करने का अच्छा तरीका है। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो.अरविंद कुमार ने कहा कि पर्यावरण को बचाने में सबकी भागीदारी जरूरी है। हमारे ग्रह के लिये प्लास्टिक पॉलिथीन सबसे बड़ा खतरा है। इसे सुरक्षित रखने के लिए हमें खुद आगे आना चाहिये।
इस अवसर पर प्लास्टिक से बने गुलदस्ते, दरियां व चटाई आदि की प्रदर्शनी लगाई गयी साथ ही लोगों को तुलसी व थैले वितरित किये गये। गोष्ठी का संचालन पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के विभाग संयोजक डॉ.नितिन पांडेय ने तथा आभार पंकज लवानिया ने ज्ञापित किया। इस मौके पर शुभम श्रीवास्तव, योगेश्वर सिंह, धर्माचार्य मनोज पाठक, गरिमा गुप्ता, नीरज, धीरज उपस्थित रहे।

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