भविष्य के लिए जल संरक्षण वैज्ञानिकों के लिए चुनौती – प्रो. अहमद फौजी इस्माइल

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में रसायन एवं पदार्थ विज्ञान पर अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के दुसरे दिन विश्व के कई शिक्षाविदों ने रखे अपने विचार

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झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के रसायन विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय रिसेंट एडवांसेज इन मैटेरियल एंड केमिकल साइंसेज विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के दूसरे दिन प्रथम सत्र में यूनिवर्सिटी ऑफ़ द वेस्टर्न केप, साउथ अफ्रीका की प्रो. प्रिस्सिल्ला एल बेकर ने एलेक्ट्रोकेमिकल सेंसर पास्ट एंड प्रेजेंट विषय पर अपना व्याख्यान दिया। आईआईटी दिल्ली के प्रो. भुवनेश गुप्ता ने पोलिमेरिक बायो मटेरियल एंड ह्यूमन हेल्थ केयर पर शोधार्थियों को संबोधित किया।
अपराहन सत्र में यूनिवर्सिटी टेक्नोलोजी मलेशिया के कुलपति प्रो. अहमद फौजी इस्माइल ने पानी की समस्या के समाधान पर व्याख्यान देते हुए नैनो स्ट्रक्चर्ड मेम्ब्रेन के महत्त्व के विषय में बताया। उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के साथ एम्ओयु के क्रियान्वयन पर भी अपनी सहमति प्रदान की। इंडियन साइंस कांग्रेस वेस्ट बंगाल के जनरल प्रेसिडेंट प्रो. ए के सक्सेना ने मल्टीफंक्शनल मटेरियल फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर चर्चा की। अगले सत्र में यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंडोनेशिया डॉ एर्ना युलावाली ने इफ़ेक्ट ऑफ़ फोटोकैटालिक ओंटीआईओतो फॉर ह्यूमिक वाटर के विषय में छात्रों को जानकारी दी। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कर्नाटका मंग्लोरे के डॉ अरुण. एम् इस्लूर ने एडवांस मटेरियल फॉर सस्टेनेबल सेफ ड्रिंकिंग वाटर फॉर आल पर अपने विचार रखते हुए पानी की उपयोगिता पर चर्चा की। इसके साथ ही बार्क मुंबई के रेडियो केमिस्ट्री के रिटायर्ड साइंटिफिक ऑफिसर डॉ अशोक कुमार पाण्डेय यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेरीलैंड ईस्टर्न श्रे प्रिंसेस ऐनी की प्रो. विक्टोरिया वोल्किस ने भी अपने विचार रखे। छात्रों द्वारा इस विषय पर पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गयी, जिसका अवलोकन अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव विनय कुमार सिंह, वित्त अधिकारी वासी मोहम्मद, संयोजक. डॉ रेखा लगरखा, डॉ. चित्र गुप्ता, डॉ कमलेश बिल्गयियाँ, डॉ महेश दत्त, डॉक्टर गौरी खंवालकर, डॉ धीरेंद्र शर्मा एवं डॉ प्रकाश चंद्र, डॉ ममता सिंह, डॉ अंजू गुप्ता, डॉ संतोष पाण्डेय, डॉ राजेश पाण्डेय उपस्थित रहे।

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