मार्च तक भुगतान न होने पर बीमा कंपनी पर होगा मुकदमा

- किसान दिवस में जिलाधिकारी ने दिया अल्टीमेटम - किसान नेताओं को तवज्जो न देने पर कार्रवाई की चेतावनी

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झाँसी। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस में किसान यूनियन के सदस्यों के फोन करने पर गंभीरता बरतने तथा उनसे बात कर समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही चेतावनी दी गई कि फोन बंद मिलने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने एक शिकायत पर कहा कि यदि खरीफ का पैसा मार्च तक किसान के खाते में नहीं गया तो संबंधित बीमा कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के उत्पीड़न और पैसे के लेनदेन की शिकायत पर सीधे एफआईआर दर्ज की जाएगी। ऐसे गाँव जहां ओलावृष्टि वितरण में धांधली की अधिक शिकायतें हैं वहां पर एडीएम की अध्यक्षता में जांच कराई जाए। गेहूं क्रय केंद्र पर किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त न होने देने की हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि मंडी के बाहर आढ़तिया नहीं रहेंगे। जनपद में यदि 1735 रुपए प्रति क्विंटल से कम दाम में किसान का गेहूं खरीदा जाता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में पेयजल समस्या की जानकारी तत्काल दें ताकि आपूर्ति सुचारू की जा सके। उन्होंने जिले के लेखपालों से कहा कि एक दिन गांव में तथा शेष दिन तहसील में उपस्थित रहें ताकि किसानों को गेहूं बेचने के लिए खसरे की प्रति निर्गत की जा सके और किसान गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं बेच सकें। उन्होंने तय किए गए 83 गेहूं क्रय केंद्रों की सूची किसान प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ताकि किसान केंद्र में बदलाव का सुझाव दें तो उसे बदला जा सके। उन्होंने किसानों से बात करते हुए कहा कि सभी विभाग ऐसे कर्मचारियों व अधिकारियों की सूची तैयार करें जिन्हें जनपद में छह वर्ष और मंडल में 10 वर्ष तैनाती के हो चुके हैं। जिससे उनके स्थानांतरण के लिए शासन को लिखा जा सके।
किसान दिवस में मुख्य विकास अधिकारी अन्नावि दिनेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेंद्र सिंह तोमर, उप निदेशक उद्यान भैरम सिंह, अधिशाषी अभियंता लघु सिंचाई एपी वर्मा उपस्थित रहे।

किसानों ने उठाए मुद्दे

बान सिंह, मऊरानीपुर: अभी तक खरीफ की बीमा का पैसा कंपनी द्वारा नहीं दिया गया है।
सुनील रिछारिया, बड़ागांव: जौरी माइनर कई वर्षों से टूटी पड़ी है जिस कारण पानी टेल तक नहीं जाता। किसान के खेत में भर जाता है। इससे खेती कार्य नहीं हो पा रहा है।
आरडी कुशवाहा, बंगरा-बंगरी: ग्राम गुढ़ा, रमपुरा, कुडरी, मारकुआं तथा बंगरा पीएचसी/सीएचसी में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा डैम बन जाने से भू अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को विस्थापित किया जाए।
रामकिशोर, समथर: ग्राम पुलिया में कुलावा बंद करने से फसल को नुकसान हो रहा है।

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