डीआरएम द्वारा ग्वालियर स्टेशन पर संरक्षा संवाद का आयोजन व आरआरआई का भी किया निरीक्षण

0
455

झांसी। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष ने ग्वालियर स्टेशन पर आयोजित संरक्षा संवाद की अध्यक्षता की। संरक्षा संवाद में मंडल के परिचालन, इंजिनीयरिंग, सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन, टी आर डी आदि विभाग के 82 स्टाफ, 15 सुपरवाइजर के साथ 9 अधिकारियों ने भाग लिया। मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष ने उपस्थित सभी रेलकर्मियों की काउंसलिंग करते हुए कहा की हमें किसी भी कीमत पर शोर्ट कट नहीं अपनाना है, हर कार्य को पूर्ण दक्षता के साथ शत प्रतिशत संरक्षा मानकों को अपनाते हुए निष्पादन करना। हमें अपने कर्तव्य निर्वाहन के समय यह विशेष रूप से ध्यान रखना है कि हमारे अपने भी किसी न किसी ट्रेन में यात्रा कर रहे होंगे। आशुतोष ने बताया की मरम्मत कार्य के लिए ब्लॉक लेने का कार्य समय रहते पूर्ण कर लेना चाहिए, मरम्मत कार्य में कार्य की गुणवत्ता की सघन निगरानी सुनिश्चित करें।

इसके अतिरिक्त संरक्षा संवाद में डिस्कनेक्शन एवं रीकनेक्शन के दौरान गाड़ी संचालन पर विशेष प्रकाश डाला गया, साथ ही अन्य विषयों पर जैसे कि स्टेबल लोड, शंटिंग के दौरान ली जाने वाली सावधानी, इंजीनियरिंग ब्लॉक, पावर एवं ट्रैफिक ब्लॉक के समय बरतने वाली सावधानियाँ तथा कैटल रन ओवर के समय बर्ती जाने वाली सावधानियों आदि विषयों पर सघन चर्चा की गई। इसके पश्चात मंडल रेल प्रबंधक के साथ सभी ने शपथ ली कि आज के बाद मैं इसी समय से अपना कार्य सेफ्टी के साथ करूंगा। संरक्षा सेमिनार/संगोष्ठी में संरक्षा को लेकर वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(नॉर्थ) सुधीर कुमार, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवम् दूरसंचार इंजिनियर अमित गोयल, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अतुल यादव, कोचिंग डिपो अधिकारी आकाश राजपूत और मंडल विद्युत इंजीनियर/टीआरडी आर के बघेला ने अपने अपने विचार संरक्षा पर रखे। जिसमें ब्लॉक के दौरान सभी सामग्री उपस्थित रहनी चाहिए जिससे समय को यूटिलाइजेशन हो सके और रेलगाड़ियों भी समय से चल सके, इसके साथ सुरक्षा और संरक्षा का पालन करें। लाल झंडी और बोर्ड नियत स्थान पर लगे, PCE सर्कुलर 103 के तहत कार्य हो रहा है यदि नहीं हो रहा है तो कार्य को रोक दें। कोई भी समस्या होने पर तुरंत सूचित करें, जिससे दुर्घटना से बचा जा सके। ट्रेनों का संचालन नियमों के अनुसार ही करें। हमें व्यवहार में लाना होगा सेफ्टी फर्स्ट है। यदि कोई तार लटक रहा हो तो उसे बिना बताए छूना नहीं है, बॉन्डिंग सुनिश्चित रखें। किसी भी सूरत में ट्रेन अनसेफ नहीं चलनी चाहिए।हमको रेल यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है । इसके पश्चात मंडल रेल प्रबंधक ने पर्यवेक्षकों और स्टाफ के साथ उनके विचारों और समस्याओं पर भी सीधा संवाद किया। जिससे ट्रेनों का संचालन सुरक्षित रहने के साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधित कार्य भी निर्बाध ढंग से सम्पन्न हो सकें। संरक्षा सेमिनार के पश्चात मंडल रेल प्रबंधक ने आरआरआई (रूट रिले इंटेलॉकिंग) का निरीक्षण किया। बोर्ड के निरीक्षण के साथ संरक्षा बोर्ड के बारे में निर्देशित किया। साथ ही सिग्नल रूम का निरीक्षण किया और संरक्षा सर्वोपरि हेतु स्टाफ को दिशा निर्देश दिए। संरक्षा संवाद के दौरान वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलिकॉम अभियंता अमित गोयल, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अतुल यादव, वरिष्ठ मंडल अभियंता नॉर्थ सुधीर कुमार, मंडल विद्युत इंजीनियर/टी आर डी आर के बघेला, कोचिंग डिपो अधिकारी/ग्वालियर आकाश राजपूत, वरिष्ठ सहायक इंजीनियर अंकुर गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह, स्टेशन निदेशक लाला राम सोलंकी सहित पर्यवेक्षक और स्टाफ उपस्थित रहे |

LEAVE A REPLY