डीएम ने किया जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण

***** मुख्य अधीक्षिका विलंब से आई, डीएम ने लगाई फटकार ******* जिलाधिकारी ने मरीजों एवं तीमारदारों से किया संवाद, दी जा रही सुविधाओं की ली जानकारी

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झाँसी। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने नगर मजिस्ट्रेट के साथ जिला महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संकल्पना है कि अस्पतालों में मरीजों का बेहतर इलाज किया जाए। इसके अतिरिक्त उन्हें दी जा रहीं विभिन्न सुविधाओं से भी लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि आज का औचक निरीक्षण इसी के दृष्टिगत है की जिला महिला अस्पताल में महिलाओं को दी जा रही चिकित्सीय सुविधाओं की क्या हकीकत है। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका जिला महिला अस्पताल के स्वयं विलम्ब से आने पर फटकार लगाते हुए समय से उपस्थित रहने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका द्वारा अवगत कराया गया कि जिला महिला चिकित्सालय में कुल 11 डॉक्टर्स तैनात है, जिसमें से एक डॉ रश्मि स्वास्थ्य कारणों से अवकाश पर हैं। शेष डॉक्टर्स उपस्थित है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी एवं नगर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए गए कि वह समस्त डॉक्टर्स की उपस्थिति लेकर अवगत करायें।

औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका से चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर्स का मास्टर रजिस्ट्रर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए, परन्तु उनके द्वारा मास्टर रजिस्टर उपलब्ध नहीं कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका द्वारा अवगत कराया गया कि उनके चिकित्सालय में बायोमेट्रिक से उपस्थिति ली जाती है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका को निर्देश दिए गए कि एक मास्टर रजिस्टर तैयार किया जाए, जिसमें विभिन्न वार्डाें में शिफ्टवार तैनात डॉक्टर के नाम एवं उनकी शिफ्ट अंकित किया जाए तथा रजिस्टर को चिकित्सालय के प्रवेश द्वार के पास रखा जाए। तैनात समस्त डॉक्टर्स द्वारा चिकित्सालय आते समय उस पर उपस्थित दर्ज की जाए। साथ ही बायोमेट्रिक उपस्थिति का विगत 02 दिवस का प्रिन्ट भी उन्हें उपलब्ध कराया जाए। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा उक्त का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए 02 दिवस में अवगत कराएं। जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के दौरान महिला वार्ड का निरीक्षण किया,वहां उन्होंने मरीजों से उनका हालचाल लिया एवं मरीजों तथा उनके तीमारदारों से चिकित्सालय में इलाज, मेडीकल टेस्ट एवं प्रसूता महिलाओं को जे0एस0एस0के0 से खाना प्राप्त होने के सम्बन्ध में जानकारी लेने पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि वह इलाज से संतुष्ट हैं एवं प्रसूता महिलाओं को 03 बार खाना प्राप्त हो रहा है। उन्हें बाहर से दवाई एवं टेस्ट नहीं करवाने पड़ रहे हैं। समस्त टेस्ट एवं दवायें चिकित्सालय से प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने महिला वार्ड में बेड ऑक्यूपेंसी कम होने पर उसे बढाये जाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने एस.एन.सी.यू. का निरीक्षण किया वहां नवजात 05 बच्चों को रखा गया था। उन्होंने मासिक डिलेवरी की समीक्षा करके असंतोष व्यक्त करते हुए बताया कि मऊरानीपुर में 01 महिला सम्बन्धी डॉक्टर्स हैं, परन्तु वहां मासिक लगभग 350 डिलेवरी की जा रही हैं, जबकि जिला महिला चिकित्सालय में महिला सम्बन्धी डॉक्टर्स की संख्या अधिक होने के उपरान्त भी मात्र लगभग 225 डिलेवरी की जा रही है। निर्देश दिए कि 02 दिवस में विगत 02 वर्षों का माहवार डिलेवरी का डाटा उपलब्ध कराया जाए, जिसमें माह, की गई डिलेवरी की संख्या(सीजेरियन सहित), सीजेरियन डिलेवरी की संख्या एवं तैनात महिला सम्बन्धी डॉक्टर्स का विवरण हो। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा उक्त का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए 02 दिवस में उपरोक्त डाटा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण में जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट को जेएसएसके0, मेडीसिन चेस्ट मे, कोल्ड चैन एवं बायो मेडीकल का डिस्पोज आदि का निरीक्षण करके उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुधाकर पांडेय, नगर मजिस्ट्रेट वरुण कुमार पांडेय, मुख्य अधीक्षिका जिला महिला अस्पताल डॉ सुमन अन्य चिकित्सक एवं स्टाफ सहित बड़ी संख्या में मरीज और तीमारदार उपस्थित रहे।

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