कला मानव मन के अंतःकरण की सुन्दर प्रस्तुति: कुलपति प्रो.वैशम्पायन

कला सोपान द्वारा आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारम्भ

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झांसी। राष्ट्रीय ऑनलाइन सामूहिक चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारंभ कला सोपान समूह, झांसी एवं कलाविद स्व. भगवान दास गुप्ता कला शैक्षणिक उत्थान समिति, जबलपुर (मध्य प्रदेश) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन सामूहिक चित्र कला प्रदर्शनी षष्ठं सोपान का बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के कुलपति प्रोफेसर जे.वी. वैशंपायन के आशीर्वचन से प्रारंभ हुआ। उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कला सोपान द्वारा विगत 5 वर्षों से किए गए सराहनीय कार्य के कारण उन्हें सफलता प्राप्त हो रही है।
कुलपति ने कहा कि सभी बधाई के पात्र हैं। अभी तक ऑनलाइन सेमिनार और संगोष्ठी का आयोजन किया जाता रहा, मगर कोविड-19 में ऑनलाइन चित्रकला प्रदर्शनी का उदघाटन प्रथम बार करते हुए जीवन का अनूठा अनुभव हो रहा है। सभी प्रतिभागियों को आपने बधाई देते हुए कहा कि कला के प्रति समर्पित भाव से मन लगाकर वर्तमान वैश्विक महामारी का मुकाबला करते हुए नवीन कार्य आपने किया सराहनीय है। उन्‍होंने कहा की आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है और यह वैश्विक महामारी ही ऑनलाइन चित्रकला की जननी है। मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रो. भारत भूषण पूर्व विभागाध्यक्ष ललित कला एवं संगीत विभाग दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने कहा कि कला को मोक्ष दायिनी माता कहा गया है। ललित कला के अंतर्गत जो कला आती हैं कलाकार माता की तरह एक जनक है, जो अपने दिमाग में कई विचारों को रखता है, फिर उसे कैनवास के रूप में चित्रण करता है। जिस प्रकार एक माता अपने शिशु को पालती है उसी प्रकार कलाकार भी अपने चित्रों का सृजन उसी भाव भंगिमा से करता है। उन्‍होंने आयोजन समिति कोे धन्यवाद देते हुए कहा कि वर्तमान समय में यह कार्य सराहनीय है। कलाकार को अपनी प्रतिभा दिखाने का इससे अच्छा और कोई माध्यम नहीं। विशिष्ट अतिथि के रुप में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. उत्तमा दीक्षित ने अपने विचार प्रकट करते हुए सभी कलाकारों की कृति की प्रसंसा कर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया तथा कला के विकास और वर्तमान स्थिति से कला गतिविधियों में जो व्यवधान उत्पन्न हुआ उस पर अपने विचार प्रकट कर आयोजन समिति को शुभकामनाएं प्रदान की।
कला प्रदर्शनी में दिल्ली, गोवा, बनारस, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, इंदौर, जबलपुर, गोरखपुर, नरसिंहपुर व बुंदेलखंड क्षेत्र के कलाकारों ने प्रतिभागिता की। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर श्वेता पाण्डेय द्वारा किया गया तथा अतिथियों का स्वागत दिलीप कुमार द्वारा किया गया। डॉ श्वेता पांडेय ने सभी सम्मानित अतिथियों से वरिष्ठ युवा एवं बाल कलाकारों का परिचय कराया। इस दौरान केटलॉग का ऑनलाइन विमोचन किया गया। इस प्रदर्शनी में देश भर के 75 कलाकारो ने अपनी प्रतिभा को दिखाया है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार डॉ. अजय कुमार गुप्ता द्वारा व्‍यक्‍त किया गया। इस अवसर पर डॉ. रेणु पाण्डेय द्वारा देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया कार्यक्रम को सफल बनाने दिलीप कुमार, जय राम कुटार, इंजीनियर अजय राव , मुकुल वर्मा, संजीव गुप्ता, आरती वर्मा का योगदान रहा।

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