पानी ठहरा रहे, बर्फ पिघले नहीं, है ये साजिश कि मौसम ये बदले नहीं

बुविवि में हुई प्रख्यात कवि मदन मानव की एकल काव्य गोष्ठी

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झांसी। ‘पानी ठहरा रहे, बर्फ पिघले नहीं, है ये साजिश कि मौसम ये बदले नहीं, हां ये साजिश सियासत की साजिश है ये फूटे ज्वालामुखी आग उगले नहीं’ इन पंक्तियों को सोमवार को यहां बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में कालेज में कविता अभियान के तहत आयोजित एकल काव्य पाठ में क्षेत्र के प्रख्यात कवि मदन मानव ने सुनाकर विद्यार्थियों और श्रोताओं की तालियां बटोरीं। यह कार्यक्रम प्रख्यात कलाविद स्वर्गीय भगवानदास गुप्त की पुण्यतिथि पर आयोजित किया गया।
मदन मानव ने एक के बाद एक कई रचनाएं विद्यार्थियों को सुनाईं। उनकी एक और रचना ‘ लोग पागल हैं धन के लिए, कोई जीता न मन के लिए, हम हैं विद्रोही, बागी हैं हम इस सियासी चलन के लिए’ भी खासी सराही गई। उन्होंने एक गजल ‘हम तो शायर हैं चिरागों की तरह जलते हैं, सारी दुनिया को दिया है उजाला हमने’ भी सुनाई। उनकी एक और रचना तुम जो आए तो मोहब्बत के जमाने आए, आंखों में कई ख्वाब सुहाने आए’ भी खूब सराही गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व प्राचार्य डा. जगदीश खरे ने अपनी कुछ रचनाएं सुनाईं। इनमें रोजी.रोटी बनाम हथियार शीर्षक की उनकी बुंदेली रचना को विद्यार्थियों ने खूब सराहा। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि कुंती हरिराम ने स्त्री विमर्श पर केंद्रित दो कविताएं प्रस्तुत कीं। तत्पश्चात विद्यार्थियों प्रतीक्षा गुप्ता, राकेश पटैरिया, आकांक्षा चौरसिया, ललित कला संस्थान की समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय, डा. सुनीता और डा. मुहम्मद नईम ने भी काव्य पाठ किया जिसे श्रोताओं ने तालियों से सराहा। अतिथियों ने मां सरस्वती और भगवान दास गुप्त के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। शुरुआत में राष्ट्रगीत वंदेमातरम का गायन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के प्रमुख डा.सीपी पैन्यूली ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे साहित्य के विस्तृत संसार से खुद को जोड़ें। साहित्य के अनुभव उनके जीवन की विविध समस्याओं का समाधान देने में सक्षम हैं। इस कार्यक्रम कलाविद स्वर्गीय भगवानदास गुप्त कला शैक्षणिक उत्थान समिति, जबलपुर की ओर से अतिथि कवि मदन मानव को सम्मानित भी किया गया।
संचालन कालेज में कविता अभियान के संयोजक प्रेम कुमार गौतम ने किया। अंत में जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के शिक्षक उमेश शुक्ल और डा. अजय कुमार गुप्त ने आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में सतीश साहनी, डा. स्वप्ना सक्सेना, राघवेंद्र दीक्षित, जय सिंह, अभिषेक कुमार, जयराम कुटार, डा. पुष्पा गौतम, दिलीप कुमार, दिनेश प्रजापति, कमलेश कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।

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