तथ्यों को छुपाकर कोविड पेशेन्ट का इलाज के दौरान मौत होने पर नर्सिंग होम पर होगी कार्यवाही

** **प्रतिदिन 20 सैम्पुल आरटीपीसीआर जांच हेतु नर्सिंग होम मेडीकल कालेज काउन्टर में देना सुनिश्चित करें **06 प्राइवेट हास्पिटल और आगे आए कोविड पेशेन्ट के इलाज के लिये, अन्य भी सहयोग करें **प्राइवेट नर्सिंग होम वैक्सीनेशन साइड बनाना चाहते है वह सहमति दें ताकि कम समय में अधिक लोगो को वैक्सीन लगायी जा सकें **नर्सिंग होम में आने वाले सभी मरीजों की कोविड टेस्टिंग सुनिश्चित की जाये

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झांसी। विकास भवन सभागार में नगर क्षेत्र के लगभग 80 प्राइवेट नर्सिग होम के संचालक/चिकित्सको से जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने जनपद में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को कैसे नियंत्रित किए जाने के लिए विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की। उन्होने स्पष्ट शब्दो कहा कि कोविड पेशेन्ट का इलाज यदि तथ्यों को छुपाकर किया जाता है और पेशेन्ट की मौत हो जाती है तो कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि अभी जनपद के 06 प्राइवेट नर्सिग होम कोविड पेशेन्ट का इलाज कर रहे थे। 06 और नर्सिग होम कोविड पेशेन्ट का इलाज करने हेतु आगे आये है। उन्होने कहा कि लगभग 80 नर्सिग होम के सापेक्ष यह संख्या बेहद कम है, प्रशासन के सहयोग हेतु अन्य नर्सिग होम आगे आये, उन्होने कहा कि आपको कोविड पेशेन्ट का इलाज मुफ्त नही करना है। इलाज की निर्धारित दर के अनुसार ही आप इलाज करना सुनिश्चित करें। नर्सिग होम चिकित्सको से नगर में बढ़ती कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिये जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक नर्सिग होम 20 सैम्पुल आरटीपीसीआर से जांच कराने हेतु मेडीकल कालेज में बनाये गये सैम्पुल काउन्टर में जमा कराना सुनिश्चित करें, इसके साथ ही आने वाले सभी मरीजों की एन्टीजन टेस्टिंग भी सुनिश्चित की जाये। ऐसा करने से कोरोना की रफ्तार को रोका जा सकता है। उन्होने नर्सिग होम संचालकों से कहा कि यदि आप नर्सिग होम में वैक्सीनेशन साइड बनाना चाहते है तो आगे आये, वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि 06 प्राइवेट नर्सिग होम पूर्व से ही कोविड पेशेन्ट का इलाज कर रहे है अभी06 नर्सिग होम को भी पेशेंट की इलाज हेतु आश्वासन दिया है जिनमें लाइफलाइन हास्पिटल, नारायण हास्पिटल, कमला हास्पिटल, विनायक हास्पिटल, नजा हास्पिटल शामिल है, उन्होंने कहा कि शेष अन्य भी कोविड पेशेन्ट के इलाज हेतु बेड आरक्षित करें ताकि सभी का प्रापर ट्रीटमेंट किया जा सके। उन्होने कहा कि तथ्यों को छुपाकर कोविड पेशेन्ट का इलाज न करें, यदि जांच के दौरान पाया जाता है तो कार्यवाही होगी। नर्सिग होम मेडीकल आरटीपीसीआर जांच हेतु जो सैम्पुल भेजे तो यह सुनिश्चित कर लें कि मरीज के गलत नाम न हो, न ही फेक आईडी हो। इस मौके पर एसएसपी रोहन पी कनय, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, एसीएम श्रीमती वान्या सिंह, डा आरआर सिंह, डा अनु निगम, डा राजीव कपूर, डा सतीश अग्रवाल सहित विभिन्न नर्सिग होम के संचालक/चिकित्सक उपस्थित रहे।

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