आधार सीडिंग कार्य में यदि एबीएसए बरतेंगे शिथिलता तो उन पर होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही: डीएम

** बीएसए को यूनिफॉर्म हेतु अभिभावकों के खाते में धनराशि तत्काल हस्तांतरित किए जाने के निर्देश ** अध्यापकगण समय पर विद्यालय में उपस्थित होना सुनिश्चित करें, समय पर ना आने वाले अध्यापक की जिम्मेदारी होगी तय ** Bottom 20 सबसे कम आधार सीडिंग विद्यालय को चिन्हित करते हुए अध्यापकों को कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश ** जिलाधिकारी ने वर्चुअल बैठक कर विद्यालय के 19 पैरामीटर पर कायाकल्प की कार्रवाई के बिंदुओं पर समीक्षा की

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झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की समीक्षा के दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं की यूनिफार्म हेतु अभिभावकों के खाते में धनराशि के हस्तांतरित किए जाने एवं विद्यालय के 19 पैरामीटर पर कायाकल्प की कार्यवाही पूर्ण किए जाने पर विस्तृत समीक्षा की। जिलाधिकारी ने वर्चुअल मीटिंग के दौरान एबीएसए को ताकीद करते हुए कहा कि यदि आधार सीडिंग में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही प्रथम दृष्टया पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। ऐसे विद्यालय जहां आधार सीडिंग की स्थिति अपेक्षाकृत नहीं है,उन पर फोकस करते हुए आधार सीडिंग कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि एबीएसए द्वारा छात्र-छात्राओं के आधार सीडिंग सम्बन्धी कार्य का स्वयं संज्ञान लेकर शीघ्र पूर्ण किये जाने की कार्यवाही की जाए। यदि किसी अध्यापक द्वारा शिथिलता बरती जाती है, तो उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे Bottom-20 विद्यालयों को चिन्हित कर लिया जाए, जिसमें छात्र-छात्राओं के आधार सीडिंग की प्रगति सबसे कम है एवं उन विद्यालयों के अध्यापकों से जू़म मीटिंग कर कार्य को शीघ्र पूर्ण किया जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इस कार्य की स्वयं मॉनिटरिंग करें। जिलाधिकारी ने विद्यालय की 19 पैरामीटर कायाकल्प की कार्यवाही की समीक्षा के दौरान विद्यालय में दिव्यांगजन हेतु पृथक शौचालय की व्यवस्था किये जाने, सम्बन्धी पैरामीटर पूर्ण किये जाने के सम्बन्ध में निर्देश दिए कि यदि निकट भविष्य में दिव्यांगजन शौचालय हेतु शासन स्तर से धनराशि प्राप्त होने की संभावना न हो, तो ऐसे विद्यालयों जहां बालक एवं बालिकाओं के लिये पृथक-पृथक पर्याप्त शौचालय हैं एवं बालक-बालिकाओं की संख्या कम हैं, को चिन्हित कर लिया जाए। यदि सम्भव हो तो मानक के अनुसार दिव्यांगजन शौचालय में रूपान्तरित कर दिया जाए। उन्होंने शौचालय के टाईल्स लगाये जाने के संबंध में निर्देश दिये कि संबंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से बैठकर यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि वहां टाईल्स ग्राम निधि से अथवा विद्यालय के एस.एम.सी. फण्ड से लगाये जा सकते हैं एवं विद्यालय के शौचालय में टाईल्स लगाये जाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाए।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी/जिला विकास अधिकारी/जिला पंचायत राज अधिकारी इसे सुनिश्चित करें। वर्चुअल समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिन विद्यालयों में फर्नीचर की आवश्यकता है, वहां सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से बैठक कर सी.एस.आर. बजट अथवा विधायक एवं अन्य प्राईवेट कंपनी के सहयोग से यथा सम्भव फर्नीचर की व्यवस्था करा ली जाये। वर्चुअल समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि समस्त अध्यापकगण समय पर विद्यालय में उपस्थिति होना सुनिश्चित करें एवं समय पर न आने वाले अध्यापकगण की जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। वर्चुअल मीटिंग में जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, आधार सीडिंग एवं कायाकल्प संबंधी कार्यों की प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को विकास खण्डवार समीक्षा करना सुनिश्चित करें एवं सायं 07ः00 बजे अधोहस्ताक्षरी के समक्ष उपस्थित होकर पूर्व की प्रगति, क्रमिक प्रगति एवं प्राप्त प्रगति के संबंध में अवगत कराना सुनिश्चित करें। र्चुअल मीटिंग में मुख्य विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी समस्त एबीएसए सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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