भाजपा और बसपा के बागियों ने पलटी बाजी

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बीजेपी और बीएसपी बागी निर्दलीय मैदान में उतर आए और जीत हासिल की

झांसी। नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के पार्षदों के चुनाव में लगभग हर दल को बगावत का सामना करना पड़ा। कई वार्ड में बागियों ने जीत दर्ज की, तो कई ने अपने दलों के प्रत्याशियों की जीत को रोक दिया। हालांकि कई वार्ड में बगावत का असर नहीं हुआ।
भाजपा के बागी पार्षद लखन कुशवाहा ने भाजपा प्रत्याशी विशाल दीक्षित को पराजित कर दिया, तो वार्ड 46 में भाजपा के बागी संजय चड्ढा ने कांग्रेस के पार्षद कन्हैया कपूर की जीत को आसान कर दिया। इस वार्ड में भाजपा के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे। खुशीपुरा क्षेत्र में भी भाजपा को बगावत ने काफी नुकसान किया है। वार्ड 4 में भाजपा के इन्दु वर्मा व वार्ड 14 में राज बिहारी राय को बागियों ने पराजित कर दिया।
वहीं बसपा के बागियों ने भी पार्टी का गणित बिगाड़ दिया। वार्ड नम्बर 3 से बसपा के मंडल जोन कोऑर्डिनेटर रविकान्त मौर्य ने बगावत कर बसपा के प्रत्याशी को पीछे धकेल दिया। इस सीट पर भाजपा के अमित राय चुनाव जीत गए। इसके पहले लगातार दो बार से बीएसपी जीत रही थी। वार्ड 2 में बसपा के पूर्व पदाधिकारी आनन्द साहू ने बगावत कर अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा दिया। उनकी बगावत के बाद भी बसपा की प्रत्याशी शबनम ने जीत दर्ज कर ली। वार्ड 15 गढ़िया गांव में बसपा प्रत्याशी देवी सिंह के खिलाफ बसपा के उमेश साहू ने बगावत कर दी। इससे पार्टी दूसरे नम्बर पर पहुँच गयी और भाजपा के हरिओम मिश्रा की जीत में आसानी हो गयी। इसी प्रकार वॉर्ड 6 में बसपा के पार्षद रहे विमल किशोर (विक्की) ने टिकट नहीं मिलने पर अपनी पत्नी को मैदान में उतार दिया, लेकिन बसपा की प्रत्याशी अलका जीतने में सफल रहीं। वार्ड 25 पुलिया नम्बर नौ में बसपा के पूर्व प्रत्याशी प्रिंस चौधरी को टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर अपनी पत्नी अर्चना को चुनाव मैदान में उतार दिया, इससे बसपा की राजकुमारी अहिरवार पराजित हो गयी। इससे भाजपा प्रत्याशी तरुण कुमार शाक्य की जीत आसान हो गयी। इसी तरह वॉर्ड 35 से बसपा के पार्षद जमील भूरे भी चुनाव हार गए। इस वार्ड से एक बार जमील तथा एक बार उनकी पत्नी पार्षद रहीं।
वॉर्ड 51 से कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय प्रत्‍याशी के रुप में विकास खत्री तीसरी बार चुनाव जीतने में सफल रहे। इसी वार्ड से एक बार उनकी पत्नी सीमा भी एक बार जीत दर्ज करा चुकी हैं। वार्ड 46 से कांग्रेस के कन्हैया कपूर तथा वार्ड 16 से बसपा के महेश गौतम चौथी बार नगर निगम के बोर्ड में पहुँचने में सफल रहे।
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भाजपा ने लगाई हैट्रिक

झांसी। दो चुनाव में जीत का अंतर इतना नहीं पहुंच सका। वर्ष 2012 में भाजपा की किरण वर्मा ने कांग्रेस की निर्मला बिल्हाटिया को 25,659 मतों से हराया तो वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा के रामतीर्थ सिंघल ने बसपा के ब्रजेन्द्र कुमार व्यास को 16,381 मतों से हराया था। इस बार भाजपा के बिहारी लाल आर्य ने 83,587 मतों से रण जीतकर रिकॉर्ड बनाया है। और बीजेपी ने लगातार तीसरी बार अपने मेयर प्रत्याशी को जीत दिला दी है।

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पार्षद प्रत्याशी ने बनाया चुनाव का नया रिकॉर्ड


· उनको एक भी वोट नहीं मिला, खुद ने भी नहीं दिया वोट

झांसी। निकाय चुनाव 2023 में यूं तो तमाम रिकॉर्ड बने हैं, लेकिन गरौठा तहसील में एक ऐसा रिकॉर्ड भी बना है जिसे न आपने पहले कभी सुना होगा और न ही देखा होगा। पार्षद पद के एक प्रत्याशी के खाते में एक भी मत पत्र नहीं निकला। यह खबर पूरे तहसील में जंगल की आग की तरह फैल गई। लोग सोच कर हैरान हैं कि आखिर प्रत्याशी ने अपना वोट क्यों नहीं डाला ?
गुरसरांय नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 23 से पार्षद प्रत्याशी राकेश कुशवाहा ने जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश में भी पहली बार एक नया रिकॉर्ड चुनाव में बनाया है। वार्ड नंबर 23 से इनको कोई भी मत नही मिला है। यह पहली बार देखा गया है कि चुनाव में लड़ रहे आम जनता के चुनाव में प्रत्याशी को 0 वोट मिले हो। यानी एक भी मत इनका नहीं निकला है। यहां तक कि उन्होंने अपना वोट भी नहीं दिया। यह चुनाव परिणाम आने के बाद पूरे गरौठा तहसील और जहां-जहां खबर पहुंची लोग आश्चर्यचकित रह गए।
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नगर पालिका व नगर पंचायतों में रही निर्दलीय प्रत्याशियों की धमक

झांसी। नगर निकाय चुनाव में भाजपा समेत सपा, बसपा, आप सहित अन्य दलों ने नगर निगम से लेकर जिले की नगर पंचायत व नगर पालिका के अध्यक्ष पद समेत पार्षद पद के प्रत्याशियों को मैदान में उतारा। नगर निगम में रिकॉर्ड मतों से भाजपा ने अपना परचम लहराया। वहीं नगर पंचायत व नगर पालिका में निर्दलीय प्रत्याशियों ने भाजपा को अपना कमाल दिखाते हुए अपनी धमक बरकरार रखी। कुल मिलाकर 12 नगर पालिका व नगर पंचायतों में से भाजपा व निर्दलीय आधे आधे पर पकड़ बनाए दिखे। जबकि अन्य दल पटल से गायब हो गए।
मऊरानीपुर नगर पालिका से निर्दलीय शशि श्रीवास ने जीत दर्ज की । हालांकि देर शाम तक यहां पुनर्मतगणना का बवाल मचा रहा। अंत में अपना दल के प्रत्याशी ने अपने हथियार डाल दिए। नगर पंचायत रानीपुर से निर्दलीय मीना विजयी घोषित हुई। मोंठ नगर पंचायत से अध्यक्ष बनी निर्दलीय प्रत्याशी मीरा गोसाई, गरौठा नगर पंचायत से अरुण कुमार निर्दलीय अध्यक्ष चुने गए। वहां भी पुनर्मतगणना कराई गई थी। समथर नगर पंचायत से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कंसाना विजयी हुए। बड़ागांव नगर पंचायत से भाजपा प्रत्याशी मीरा देवी बनी अध्यक्ष। गुरसराय नगर पंचायत से भाजपा प्रत्याशी जयपाल सिंह अध्यक्ष बने। टोड़ी फतेहपुर नगर पंचायत से राजेन्द्र कुशवाहा भाजपा की जीत हुई। चिरगांव से संझले राजा भाजपा से पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके है। बरुआसागार से भाजपा प्रत्याशी सुशीला कुशवाहा अध्यक्ष पड़ पर विजयी हुई। कटेरा नगर पंचायत से धनीराम निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष चुने गए। एरच नगर पंचायत से जयचंद राजपूत निर्दलीय प्रत्याशी अध्यक्ष चुने गए। जबकि मऊरानीपुर सीट अपना दल एस के खाते में थी और वर्तमान विधायक भी अपना दल एस से है लेकिन यह सीट भी नहीं बच सकी।

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