झांसी। वर्दी का रौब ऐसा है कि आम इंसान वैसे ही खौफजदा रहता है। ऐसे में ट्रेन में यात्रियों की सुविधा को बंद कर उसके आगे अपनी मोटर साईकिल लगा ली और वहां आने वाले यात्रियों को खूब धमकाया। ऐसा एक दिन ही नहीं लगभग रोज होता है। ऐसे नजारे झांसी से बांदा व कानपुर आदि स्थानों पर जाने वाली पैसेेंजर ट्रेन्स में अामतौर पर नजर आ जाते हैं।
रेल प्रशासन यात्रियों की सुविधाओं के लिये लाख प्रयास करे, पर कुछ ऐसे लोग उन सुविधाओं पर पलीता लगाने से नहीं बाज आते हैं। यात्रियों का तो यहां तक कहना है कि यदि कोई वर्दीधारी ऐसे काम करता है, तो रेलवे पुलिस भी उक्त वर्दी धारी व्यक्ति का ही सपोर्ट करती है। ऐसा ही एक मामला बुधवार की सुबह कानपुुुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन में सामनेे आया, जहां एक वर्दीधारी ने अपनी मोटरसाईकिल गेट के ठीक सामने रख दी, जिससे यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने उतरने के साथ ही शौचालय जाने में भी समस्या हो रही थी। वहीं वर्दीधारी जनाब का तो अपना ही रुतबा था। यात्री परेशान होते रहे और उसी परेशानी में ट्रेन चल दी। ऐसा ही आमतौर पर कई अन्य यात्री तब भी करते है, जबकि वह दिल्ली या अन्य शहर से माल लेकर आते हैं। वह पूरा माल ट्रेन के शौचालय के पास रख देते है और शौचालय पूरी तरह बंद हो जाता है। रेल प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान ही नहीं जाता है, क्योंकि इसकी कोई यात्री शिकायत नहीं करता और कई बार वर्दीधारी इसके एवज में कुछ सुविधा शुल्क लेकर सामान को वहीं रखा रहने देते हैं। इससे रेलवे को राजस्व की हानि होती है, क्योंकि यह सभी माल यात्रियों को बुक करके ले जाना होता है। यदि रेल प्रशासन मामले पर ध्यान नहीं देगा, तो उसको राजस्व का चूना लगता ही रहेगा।