शहर क्षेत्र के बाद सीपरी होते हुए खाती बाबा, नगरा, नैनागढ़ की ओर बढ़ा संक्रमण

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झांसी। कोरोना महामारी ने अब झांसी जनपद में भयावह रुप ले लिया है, लगातार दो दिन से सौ से ऊपर संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। हालांकि अब जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही अब जनपद की मृत्‍यु दर भी काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही महानगर के शहर क्षेत्र में कोरोना संक्रमण ने स्‍थिति काफी बदतर कर दी है। वहां प्रशासन ने बफर जोन बनाकर कोरोना की चैन तोड़ने का पूरा प्रयास किया, जिससे स्‍थिति में धीरे धीरे नियंत्रित होने लगी है। वैसे शहर क्षेत्र में कई स्‍थानों पर अब भी लोगों की लापरवाही के कारण गड़बड़ हो रही हैैै ।वहीं अब यह संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही सीपरी बाजार होते हुए तेजी से प्रेमनगर थाना क्षेत्र के खाती बाबा, नगरा और नैनागढ़ आदि इलाकों की ओर बढ़ रहा है। यहां पुलिस प्रशासन द्वारा सख्‍ती की जा रही है, लेकिन फिर भी लोग मानने का नाम नहीं ले रहे हैं।
जिला प्रशासन से मंगलवार को प्राप्‍त रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण को लेकर 966 टेस्‍ट हुए थे, जिसमें 127 संक्रमित निकले और तीन की मौत हो गई। वहीं बुधवार को कोरोना संक्रमण को लेकर 632 टेस्‍ट हुए, जिसमें 135 मरीज संक्रमित निकले और एक की मौत हो गई। यानि दो दिन में 259 लोग संक्रमित और चार की मौत हो गई। आपको बता दें कि 27 अप्रैल से 30 जून तक मात्र 193 संक्रमित ही निकले थे और 18 मौत हो चुकी थीं। प्रशासन से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार अब 41 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है और 865 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 253 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वर्तमान में 571 लोग एक्‍टिव कोरोना संक्रमित हैं। झांसी वालों अब भी अगर हम नहीं सुधर रहे और लापरवाही कर रहे हैं, तो फिर यह संक्रमण हमको अपनी चपेट में लेने से पीछे नहीं रहेगा। शहर क्षेत्र में 27 अप्रैल को सुबह कोरोना की एक मरीज मिलने के बाद से शहर क्षेत्र के हालात दिन ब दिन बदतर होते चले गए और आज शहर क्षेत्र के तहत कोतवाली थाना और नवाबाद थाना क्षेत्र का शायद ही कोई मोहल्‍ला बचा हो जहां कोरोना संक्रमित मरीज न मिला हो। वहीं सुरक्षित झांसी के तहत सीपरी बाजार और प्रेमनगर क्षेत्र लोगों की लापरवाही के चलते काफी दिन तक बचा रहा और कोरोना संक्रमण ने भी इस ओर रुख नहीं किया। शहर क्षेत्र के बाजारों में जहां कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ा और अन्‍य क्षेत्रों के लोगों ने वहां सामान लेने जारी रखा या वहां से सेल्‍समेन इन क्षेत्रों मेें आते रहे, जिसके चलते कोरोना को नया घर पसंद आने लगा। अब सीपरी बाजार थाना क्षेत्र सहित प्रेमनगर के नगरा, नैनागढ़, गरिया फाटक और खाती बाबा क्षेेेत्र की यह स्‍थिति है कि यहां लगातार कोरोना पाजिटिव के घर ढूंढती एम्‍बूलेंस नजर आ रही हैं। बुधवार के दिन भी कई क्षेत्रों में यह एम्‍बूलेंस देखीं गई हैं। ऐसे में यहां के लोगों द्वारा दिखाई जा रही लापरवाही उन पर ही भारी पढ़ने में देर नहीं लगेगी। प्रशासन द्वारा दिए जा रहे आंकड़ों का हिस्‍सा कब कौन सा क्षेत्र बन जाए। इसका पता एम्‍बूलेंस आने पर ही लग रहा है।

सूची जारी न होने से बढ़ रहा संक्रमण

पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा सूची जारी कर मरीजों के बारे में बताया जाता रहा है। प्रदेश के अन्‍य जिलों में भी लगभग यहीं स्‍थिति है, लेकिन विगत कुछ समय से संक्रमित मरीजों की जानकारी न होने और उक्‍त क्षेत्रों में तत्‍काल हॉट स्‍पाॅट न होने के कारण भी मरीजों की संख्‍या बढ़ रही है। कोरोेना संक्रमित या उसके परिजन लगातार यहां वहां घूूूूूमते रहते हैं और आम लोगों को पता ही नहीं होता। ऐसे में उक्‍त मरीज या उसके परिजन कोरोना के वाहक बने हुए हैं। ऐसे में यदि प्रशासन कोरोना संक्रमितों के आंकड़े के साथ यदि जल्‍दी ही सूची जारी करने पर फिर से विचार नहीं करता, तो लगातार संक्रमितों की संख्‍या में इजाफा होता ही रहेगा। जानकारी अनुसार मरीजों की बढ़ती संख्‍या के कारण रिपोर्ट आने में देरी हो रही है, ऐसे में प्रशासन उक्‍त मरीज को तो अस्‍पताल में भर्ती कर ले रहा है, लेकिन लोगों को जानकारी न होने से उक्‍त मरीज के परिजन संक्रमित होने के बाद भी यहां वहां जाते रहते हैं। ऐसे में इसको लेकर प्रशासन को भी ध्‍यान देना आवश्‍यक है।

नहीं बच पा रहे सेलिब्रटी

अमिताभ बच्‍चन जो पूरी दुनिया का सबसे बड़ा सेलिब्रिटी माना जाता है और आए दिन टीवी पर कोरोना को लेकर लोगों को सलाह देता रहता है। वह अपने पूरे परिवार समेत इस समय मुम्‍बई के नानावटी अस्‍पताल में कोरेंटाईन है। ऐसा ही झांसी में भी हुआ झांसी की शान और अग्रणी समाजसेवी डॉ. नीति शास्‍त्री दीदी खुद कोरोना पाजिटिव हो गईं। उनके बाद कई चिकित्‍सक, जो दूसरों को जीवन देने का दावा करते थे, आज अपने जीवन के लिए लड़ रहे हैं। या फिर आंकड़ों में बदल गए या फिर कोरेंटाइन हैं। कई रियल स्‍टेट कारोबारी, अखबारी लोग आदि तमाम ऐसे उदाहरण हैं। यह सब सुरक्षा के लिए बहुत कुछ करते थे। उसके बाद भी कोरोना ने उनको नहीं बख्‍शा। झांसीवासियों सम्‍भल जाओ। आपका परिवार आपको तिल तिल मरते या तकलीफ में रहते नहीं देख सकता। वहीं आपके परिवार के साथ होने वाली परेशानी में आप कोरेंटाइन रहते हुए मदद नहीं कर पाओगे। समय है मास्‍क लगाओ, सोशल डिस्‍टेंस का पालन करो। जरुरत न हो तो घर से मत निकलो।

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