मन और शरीर दोनों के लिये लाभदायक है योग

0
871

झांसी। उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के क्षेत्रीय केन्द्र झांसी योग के विभिन्न पाठ्यक्रमों के तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ।
संस्थान की क्षेत्रीय निदेशक डाॅ रेखा त्रिपाठी ने कहा कि बदलते वर्तमान परिवेश में योग प्रणायाम से किस प्रकार हमारी जीवन शैली में सुधार हो सकता है और हम अपनी इन्‍द्रियों को संतुलित कर तनाव, डिप्रेशन आदि भयावह बीमारियों से मुक्ति पा सकते हैं। समाज में निरंतर बढ़ती हिंसा, आत्महत्या, निराशा आदि तनाव पूर्ण जीवन शैली की देन है। इससे निपटने के लिए धैर्य और संतुलित जीवन शैली अपनाने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रकृति के साथ योग को अपने जीवन में शामिल करनेे से निश्चित ही लाभ होगा। बौद्धिक सत्र में अजय यादव ने योग की महत्ता को समझाते हुए कहा कि योग को पूरी दुनिया ने अपनाया है। यह भारतीय संस्कृति की महानता है कि आज विश्व के 92 देशों ने अनिवार्य रूप से योग को अपने यहाॅ लागू किया है। योग मन को स्थिरता प्रदान करता है। योग आज के भौतिकवादी जीवन के लिए अत्यन्त आवश्यक है।

योग प्रशिक्षिका रोली झा ने प्रशिक्षण के दौरान सभी विद्यार्थियों को योग आसनों के लाभ और तरीके सिखाये। सूर्य नमस्कार से लेकर प्राणायाम, बंध, नैति क्रिया, वस्ति आदि के बारे में बताया। इसके साथ ही भ्रामरी, धनुषासन, ताडासन, चक्रासन, हलासन करिचक्रासन, कपालभारती आदि आसनों से कैसे असाध्य रोगो से छुटकारा पाया जा सकता है इसके बारे में जानकारी दी। प्राणायाम और मुद्राओं के माध्यम से मन को संतुलित कर एवं आत्मा, और शरीर को एकाकार किया जा सकता है। यह जानकारी बुन्‍देलखण्‍ड विश्‍वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के समन्‍वयक डॉ. कौशल त्रिपाठी ने दी।

LEAVE A REPLY