गो आश्रय स्थल पर अस्वस्थ व बीमार गोवंश का उपचार प्राथमिकता से किया जाए – जिलाधिकारी

* गोवंश सड़क पर विचरण ना करें ** निराश्रित गोवंश गौशालाओं में संरक्षित किए जाएं ** प्रत्येक गौशाला में पर्याप्त भूसा पानी व सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ** गो आश्रय स्थल पर संरक्षित गोवंश का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य करायें

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झांसी। गौशालाओं की बाउन्ड़ीवाल सुदृढ किये जाने, पानी, हरे चारे, साफ-सफाई की व्यवस्था किये जाने, गौशालाओं पर प्रारूप सहित पंजिका बनाकर रखे जाने, गौशालाओं का साप्ताहिक निरीक्षण कर आख्या उपलब्ध कराये जाने, सभी गौशालााओं में राजस्व/ विकास विभाग के कमर्चारियों की तैनाती किये जानेे के निर्देश जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने विकास भवन सभागार में आयोजित अस्थायी गोवंश स्थलों की स्थापना एवं संचालन हेतु जनपद स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समीक्षा समिति में दिये।
उन्होने कहा कि गौवंशो के संरक्षण की जिम्मेदारी हम सभी की है यह योजना मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथामिकताओं में है। अतएव गौशालाओं में निधार्रित क्षमता के अनुसार गौवंश संरक्षण किये जाये, गौशालाओं में जो कमियां है उन्हें एक सप्ताह के अन्दर दूर कर उन्हें सही तरीके से संचालित कराया जाये और उनमें गौवंश संरक्षित किये जायें। गौशालाओं की गहन निगरानी रखी जाये ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सके। जिलाधिकारी ने कहा कि गौशालाओं का समय-समय निरीक्षण कर निधार्रित प्रारूप पर सूचना उपलब्ध करायी जाये। कहीं किसी गौशाला में कोई कमी हो तो उसे स्थानीय स्तर पर निपटाया जाये, यदि स्थानीय स्तर पर समस्या का निराकरण न हो सके तो संबंधित उप जिलाधिकारी/ खण्ड विकास अधिकारी के संज्ञान में लाये। उन्होने कहा निराश्रित गौवंशो पर भी कड़ी नजर रखी जाये और उन्हें गौशालाओं में संरक्षित किया जाये। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये इसका अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। उन्होंनें कहा कि जिन गौशालाओं में बाउंड्री टूटी है वहां पर बांस की जाली लगाकर वैकल्पिक व्यवस्था की जाये ताकि गौशाला के अन्दर कोई अन्य जानवर न जा सके। इसमें संबंधित सेक्रेटरी का सहयोग लिया जाये। उन्होंने कहा कि सेक्रेटरी/लेखपाल द्वारा इस कार्य संवेदनशील होकर और रूचि लेकर कराया जाये तथा उसकी सूचना उपलब्ध करायी जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी गौवंश आश्रय स्थलों पर प्रकाश की व्यवस्था, नियमित साफ-सफाई, पीने के पानी, निरीक्षण पंजिका की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था हेतु गौशालाओं के पास चरागाह की खाली पड़ी जमीन पर हरा चारे बुवाई की व्यवस्था करायी जाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, एडीएम राम अक्षयवर चौहान, संजय पांडेय, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, सुनील कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. वाईएस तोमर, जिला पंचायतराज अधिकारी जेआर गौतम, डीसीमनरेगा राम औतार, समस्त उप जिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, अधिषासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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